Delhi Politics: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच सियासी आरोप-प्रत्यारोप रूकने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली की मंत्री आतिशी मार्लेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि बीजेपी को राष्ट्रीय राजधानी में झुग्गी पसंद नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हर बार चुनाव से पहले कहती है कि जहां झुग्गी वहां मकान, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद बीजेपी नेता वादों पर खरे नहीं उतरते हैं।
एजेसियों के साथ की बैठक
आतिशी ने कहा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार तरूण कपूर ने सभी जमीन मालिक एजेंसियों के साथ बैठक की थी, जिसमें डीडीए,एलएंडडी, रेलवे, एमसीडी के अधिकारियों को बुलाया गया था और दिल्ली में सभी झुग्गियों को हटाने का साफ निर्देश दिया गया था। उन्होंने कहा कि हम कुछ महीनों से यह देख रहे हैं कि जहां भी केंद्र सरकार की जमीन है, उन क्षेत्रों से सभी झुग्गियों को हटाया जा रहा है। नवंबर में GRAP के दौरान केंद्र सरकार के निर्देश पर मथुरा की सुंदर नर्सरी झुग्गियों को नष्ट कर दिया गया।
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बीजेपी पर कसा तंज
आतिशी ने जी-20 और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भारत यात्रा के दौरान झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों को हरी चादर से ढकने को लेकर भी बीजेपी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में स्लम एरिया नहीं चाहते हैं। जी-20 के दौरान झुग्गियों को हरी चादर से ढक दिया गया था क्योंकि पीएम मोदी झुग्गियां नहीं चाहते हैं और वह उनसे पूरी तरह छुटकारा पाने की योजना बना रहे हैं।
AAP नेता आतिशी के बयान का समर्थन करते हुए दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि झुग्गी-झोपड़ी समूह समाज की वास्तविकता हैं। अगर किसी झुग्गी को तोड़ा जाता है तो उसके अंदर रहने वाले लोगों का पुनर्वास करना सरकार की जिम्मेदारी है। अप्रैल 2020 में, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से सरोजिनी नगर की झुग्गी झोपड़ी के लोगों को पुनर्वास करने के लिए कहा, जिन्हें ध्वस्त कर दिया गया है। इसी तरह, उपमुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद, धौला कुआं की झुग्गियों को भी ध्वस्त कर दिया गया।