Haryana Crime News: हरियाणा के सिरसा में धोखाधड़ी के दो मामलों में वांछित एक घोषित अपराधी को क्राइम ब्रांच की एएचटीयू टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है। आरोपी  मामला दर्ज होने के चार साल बाद पकड़ा गया है। इसकी गिरफ्तारी पर हरियाणा पुलिस द्वारा पांच हजार का इनाम भी घोषित किया जा चुका था। जालसाज विजयपाल को द्वारका इलाके से पकड़ा गया है।

20 एकड़ से अधिक जमीन के बनाए फर्जी कागज

डीसीपी विक्रम सिंह के अनुसार सीएम फ्लाइंग स्क्वाड द्वारा एक जांच में पता चला था कि प्लाज एग्रोटेक कारपोरेशन लिमिटेड (पीसीएल) और उसके निदेशक अशोक अरोड़ा द्वारा सिरसा में 20 एकड़ से अधिक भूमि के जाली दस्तावेज तैयार कर कई लोगों को धोखा दिया था। यह जमीन कुख्यात निर्मल सिंह बंगू की थी और हाई कोर्ट, सीबीआई और अन्य एजेंसियों ने कंपनी की कोई भी संपत्ति नहीं बेचने का आदेश पारित किया था। मास्टरमाइंड अशोक अरोड़ा ने अन्य लोगों के साथ मिलकर एक फर्जी कंपनी बनाई और जमीन बेचने के लिए दस्तावेज/रेजोल्यूशन जमा करके मात्र 60 लाख की बिक्री राशि में जमीन की रजिस्ट्री विजयपाल के नाम पर कर दी थी।

भगोड़ा घोषित कर चुका है कोर्ट

उन्होंने जमीन को आगे दूसरे लोगों को भी बेचा गया था। इस संबंध में 30 जनवरी 2020 को पुलिस स्टेशन रानिया, सिरसा में केस दर्ज किया गया था और कई कथित व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि, इस मामले में मास्टरमाइंड अशोक अरोड़ा, विजयपाल और जयचंद सहित तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। आरोपी विजय पाल को कोर्ट ने भगोड़ा अपराधी घोषित किया था। शेष आरोपी व्यक्तियों अशोक अरोड़ा, विजयपाल और जयचंद की गिरफ्तारी पर पांच हजार का इनाम भी घोषित हुआ था। हाल ही में विजयपाल के बारे में सूचना मिली और टीम ने द्वारका सेक्टर 13 से इसे पकड़ लिया।

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