सर्दी का मौसम नजदीक आने के साथ ही वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ने लगा है। दिल्ली एनसीआर में शामिल तीन शहर तो देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में टॉप तीन स्थानों पर पहुंच चुके हैं। विशेषज्ञों की मानें तो अगर समय रहते वायु प्रदूषण नियंत्रण से निपटने के लिए कड़े इंतजाम नहीं किए गए तो लोगों के लिए सांस लेना भी पूरी तरह से दुभर हो जाएगा।

न्यू दिल्ली वायु गुणवत्ता सूचकांक के मुताबिक, आज दिल्ली से सटे गाजियाबाद की वायू बेहद प्रदूषित पाई गई है। यहां की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 168 दर्ज किया गया है। नोएडा की बात करें तो एक्यूआई 167 और दिल्ली का एक्यूआई 166 दर्ज किया गया है। इसके अलावा हरियाणा का भिवानी जिला भी प्रदूषित हवा के मामले में 8वें स्थान पर है। यहां एक्यूआई लेवल 154 दर्ज किया गया है।

दिल्ली के आनंद विहार की हवा सबसे ज्यादा जहरीली

आंकड़ों पर नजर डालें तो दिल्ली के सभी क्षेत्रों में जहरीली हवा बह रही है। आनंद विहार में वायु प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा है। यहां एक्यूआई लेवल 318 डिग्री और पीएम 2.5 का लेवल 268 दर्ज किया गया है। इसके अलावा गाजीपुर, आईपी एक्सटेंशन, आईटीआई शाहदरा में भी वायु को सेहत के लिहाज से बेहद खतरनाक बताया गया है।

बारिश के बाद तेजी से बढ़ रहा वायु प्रदूषण

न्यू दिल्ली वायु गुणवत्ता सूचकांक की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में बारिश के बाद से वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। 17 सितंबर को एक्यूआई लेवल 182 दर्ज किया गया था। बारिश के बाद इसमें कमी आ गई थी। लेकिन, 19 सितंबर के बाद से फिर वायु प्रदूषण बढ़ने लगा। अगर बारिश नहीं होती है, तो दिवाली से पहले ही दिल्लीवालों को अति जहरीली हवा का सामना करना तय है।

गोपाल राय बोले- वायु प्रदूषण से निपटना हमारी प्राथमिकता

दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कृत्रिम बारिश कराने की योजना बना रखी है। मंत्री गोपाल राय का कहना है कि वायु प्रदूषण से निपटने के लिए उपायों पर पहले से काम शुरू हो चुका है। दिल्ली के लोगों को वायु प्रदूषण से बचाए रखना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने लोगों से भी वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए तय उपायों पर अमल करने की अपील की है।