Yamuna Ammonia level: राजधानी दिल्ली में ठंड, कोहरे और प्रदूषण के बीच एक बार फिर से दिल्लीवासियों को जल संकट की समस्या हो गई है। यमुना नदी के पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने से दिल्ली के दर्जनों इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित रहेगी। ये समस्या खासतौर पर उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली के इलाकों में आज से कम प्रेशर से पानी की आपूर्ति होगी। जब तक हालात में सुधार नहीं किया जाएगा, तब तक दिल्ली जल बोर्ड की ओर से टैंकर से इन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की जाएगी।
वजीराबाद और चंद्रावल जल शोधन में पानी की आपूर्ति प्रभावित
दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, वजीराबाद और चंद्रावल जल शोधन में यमुना नदी के पानी का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अभी यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा काफी बढ़ी हुई है। इसकी वजह से दोनों ही जल शोधन संयंत्र में पानी का उत्पादन 30 से 50 फीसदी तक कम हो गया है। इसी कारण दक्षिण दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और मध्य दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति कम दबाव के साथ की जाएगी।
इन इलाकों में होगी पानी की समस्या
जल बोर्ड की मानें, तो हिन्दू राव अस्पताल, सिविल लाइन्स, करोल बाग, शक्ति नगर, कमला नगर, पहाड़गंज, राजेन्द्र नगर, एनडीएमसी क्षेत्र, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, तुगलकाबाद, अम्बेडकर नगर, गोविंदपुरी, रामलीला मैदान, दिल्ली गेट, मॉडल टाउन, संगम विहार, प्रहलादपुर, रामलीला मैदान, मॉडल टाउन, दिल्ली गेट, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, साउथ एक्स, ग्रेटर कैलाश, मूलचंद, बुराड़ी आदि के इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित रहेगी।
यमुना सफाई अभियान में 2 लाख से ज्यादा लोग जुड़े
दिल्ली जल बोर्ड को यमुना सफाई अभियान में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए लोगों का काफी समर्थन मिल रहा है। यमुना एक्शन प्लान-3 के अंतर्गत शुरू किए गए अभियान में अब तक 2.10 लाख से ज्यादा लोग अभी तक जुड़ चुके हैं। वहीं नवंबर में ही 13 हजार से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं।
अमोनिया सेहत के लिए हानिकारक
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो अगर पानी में अमोनिया की मात्रा 0.5 पीपीएम से ज्यादा हो जाती है और आप उस पानी को पीएंगे, तो यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक होता है। इस पानी को पीने से सबसे ज्यादा लीवर पर प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, कोमा और पीलिया होने की संभावना बढ़ जाती है।