Sheeshmahal Controversy: दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल का उनका आवास एक बड़ा मुद्दा था। भाजपा ने इसे शीशमहल करार देते हुए कहा था कि इसके रिनोवेशन में तथाकथित कई करोड़ों का खर्चा किया गया था। वहीं दिल्ली में रेखा गुप्ता की सरकार बनने के बाद फैसला लिया गया कि सीएम इस बंगले में नहीं रहेंगी और इसे जनता के लिए खोला जाएगा। हालांकि अब खबर आ रही है कि तथाकथित 'शीशमहल' को स्टेट गेस्ट हाउस बनाया जा सकता है।
90 के दशक में तीन-चार सालों के लिए था गेस्ट हाउस
जानकारी के अनुसार, दिल्ली को गणमान्य हस्तियों को ठहराने के लिए गेस्ट हाउस की जरूरत है क्योंकि दिल्ली के पास दूसरे राज्यों की तहर गेस्ट हाउस नहीं हैं। वहीं मुख्यमंत्री आवास का क्षेत्र और स्थान काफी बड़ा है, जिसे देखते हुए इसे गेस्ट हाउस बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि 90 के दशक में 33 शाम नाथ मार्ग को स्टेट गेस्ट हाउस बनाया गया था। लेकिन तीन से चार साल बाद इस विचार को खत्म कर दिया गया। उसके बाद से दिल्ली सरकार के पास दिल्ली में मेहमानों को रोकने के लिए कोई गेस्ट हाउस नहीं है।
इस बंगले में रहते थे अरविंद केजरीवाल
बता दें कि 6 फ्लैग स्टाफ रोड बंगला (शीशमहल) सिविल लाइन्स इलाके में है। इस जगह के आसपास राज भवन, दिल्ली विधानसभा और सचिवालय मौजूद हैं। इसका निर्माण सन् 1942 में हुआ था। 2015 से अक्टूबर 2024 तक अपने कार्यकाल के दौरान अरविंद केजरीवाल इसी बंगले में रहे। उनके साथ उनका परिवार भी रहता था। 2020 में आम आदमी पार्टी ने इस बंगले की छत और वॉशरूम टूटने का हवाला देते हुए मरम्मत कराने का फैसला लिया था।
केजरीवाल पर भाजपा का आरोप
हालांकि अरविंद केजरीवाल पर भाजपा का आरोप है कि उन्होंने रिनोवेशन में करोड़ों का खर्चा किया। रिनोवेशन के दौरान उन्होंने सोने की परत चढ़े हुए कमोड लगवाए, जिन्हें वे बंगला खाली करते समय अपने साथ ही ले गए। इसके अलावा लाखों के पर्दे, पर्सनल जिम, झूमर आदि भी लगवाए।