सर्दी के मौसम में डाइटिंग करने वाले लोग भी बेहिसाब खाने से परहेज नहीं करते हैं। यही वजह है कि सर्दी के सीजन को वजन बढ़ाने वाला मौसम कहा जाता है। लोगों को लगता है कि गर्मी आते ही दोबारा से डाइटिंग और एक्सरसाइज पर लौट जाएंगे। अगर आप भी गर्मी में दोबारा से फिट होने के लिए एक्सरसाइज और डाइटिंग पर लौटने का विचार कर रहे हैं, तो सर्दी खत्म होने से पहले आपको दिल्ली के ढाबा 1986 की एक बार विजिट अवश्य करनी चाहिए। यहां की विंटर स्पेशल डिशेज का स्वाद चखने के बाद पछतावा करेंगे कि इन शीतकालीन व्यंजनों का आनंद लेने पहले क्यों नहीं आए। इसके अलावा आपको दिल्ली-एनसीआर के ऐसे रेस्टोरेंट्स के बारे में भी बताएंगे, जहां आप कश्मीर से लेकर पंजाब और राजस्थान से लेकर यूपी तक की विंटर स्पेशल डिशेज का आनंद ले सकते हैं। तो चलिये जानिये दिल्ली एनसीआर के विंटर स्पेशल टॉप रेस्टोरेंट्स के बारे में...

ढाबा 1986 (Dhaba 1986)

ढाबा 1986 ने अपने विंटर स्पेशल मैन्यू पर 'गुड़ नाल इश्क मिट्ठा, ते ढाबे नाल सर्दी' लिखा है। यहां आप मक्की की रोटी और सरसों के साग के अलावा मेथी मटर मलाई का आनंद ले सकते हैं। स्टार्टर में पिपली पनीर टिक्का, राजमा मटर की शम्मी, भुट्टा मेथी मलाई बाइट का मजा ले सकते हैं। अगर आप नॉनवेज के शौकीन हैं, तो आपको यहां के कच्चे कीमा के कबाब, हरा लहसून चिकन टिक्का और तवा हरियाली झिंगा एक बार ट्राई करना चाहिए। इसके अलावा पंजाबी तरीके से बनाए गए गाजर का हलवा भी उपलब्ध है।

मक्के की रोटी और सरसो का साग देगा भरपूर एनर्जी

मेन मैन्यू भी ललचाएगा: ढाबा 1986 का मेन मैन्यू भी आपको ललचाएगा। इस मैन्यू को मजेदार तरीके से बांटा गया है। शोरबा और प्लैटर वाले सेक्शन को 'दोस्ती पक्की, खर्चा अपना अपना' का स्लोगन दिया है। तवा नॉन वेज स्पेशल पेज को कमाल कूक्कड़ का नाम दिया गया है। तंदूरी ब्रेड वाली कैटेगरी को 'जा सिमरन जा खा ले अपनी तंदूरी' नाम दिया गया है। इसके अलावा भी कई मनोरंजक नाम दिए गए हैं, जिसे सुनकर मुंह में पानी आना तय है।

दिल्ली एनसीआर में कश्मीरी खाने के लिए बेस्ट जगह
प्रतीकात्मक तस्वीर

कश्मीर अपनी खूबसूरती के साथ ही अपने व्यंजनों के लिए भी फेमस है। अगर सर्दी के इस सीजन में आप कश्मीरी व्यंजनों का स्वाद लेना चाहते हैं, तो आपको एक बार गुरुग्राम के सेक्टर 49 स्थित 'कश्मीराना फ्लेवर्स ऑफ द वैली' रेस्टोरेंट की विजिट करनी चाहिए। यहां आप कश्मीर की पारंपरिक व्यंजन रोगन जोश, गुश्ताबा और यखनी जैसे व्यंजनों का स्वाद चख सकते हैं। विशेषकर यहां का मटन और चिकन अफेयर, मटन मिर्ची कोरमा और कश्मीरी अंडा करी की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। यहां दो लोगों के खाने का औसत खर्चा 1000 रुपये के आसपास है। सलाह है कि सर्दी का सीजन खत्म होने से पहले इस रेस्टोरेंट के व्यंजनों को भी अवश्य ट्राई करना चाहिए। दावा है कि आप दोबारा आने से खुद को नहीं रोक पाएंगे।

डाइटिंग से पहले राजस्थानी थाली का लीजिए आनंद 

सर्दियों के सीजन में राजस्थानी थाली आदर्श विकल्प राजस्थानी थाली भी सर्दियों के सीजन में गर्माहट पाने का आदर्श विकल्प है। दिल्ली एनसीआर में कई रेस्टोरेंट ऐसे हैं, जो कि स्वादिष्ट राजस्थानी थाली परोसने में माहिर हैं। विशेषकर पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित घूमर रेस्टोरेंट अपनी पारंपरिक राजस्थानी थाली के लिए खासा प्रसिद्ध है। यहां के विंटर स्पेशल मैन्यू में कई बेहतरीन व्यंजन शामिल हैं। यहां आप दाल बाटी चूरमा को स्वादिष्ठ दाल और मीठे चूरमा का आनंद ले सकते हैं। साथ ही गट्टे की सब्जी, राजस्थानी कढ़ी और आलू की गर्मागर्म सब्जी समेत अन्य व्यंजन भी उपलब्ध हैं। यहां के राजस्थानी व्यंजनों के स्वाद की गर्माहट आपको दिल्ली की इस कड़ाके की सर्दी में सुखद अहसास दिलाएगी। यहां दो लोगों के खाने का औसत खर्चा 1000 रुपये के आसपास है।

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