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Delhi Crime: दिल्ली के आनंदविहार में एक बिटकॉइन कारोबारी को अगवा करने का मामला सामने आया है। तीन आरोपियों को सीलमपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं दो आरोपी भागने में कामयाब रहे।

Delhi Crime: शाहदरा जिले के अंतर्गत आने वाले आनंद विहार से क्राइम की एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने लोगों को चौंका दिया। दरअसल आनंद विहार इलाके में पैसे न लौटा पाने के कारण दो लोगों का अपहरण कर लिया गया। हालांकि उनके दोस्तों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने सफलतापूर्वक अपहरण का शिकार बने दोनों युवकों (आर्यन शर्मा और तनिष्क राजमणि) को सुरक्षित बरामद कर लिया। इसके साथ ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। 

पकड़े गए आरोपी

बड़ी बात ये है कि दोनों युवकों को उनकी ही कार में किडनैप किया गया और उनके दोस्तों से 2 लाख रुपये मांगे गए। दोस्तों ने तुरंत पुलिस को फोन करके जानकारी दी। पुलिस तुरंत एक्शन में आई और कुछ ही देर में दोनों युवकों को सकुशल छुड़ा लिया। आरोपियों की पहचान 24 वर्षीय चौहान बांगर निवासी मोहम्मद फरमान, 25 वर्षीय ब्रह्मपुरी के मोहम्मद साद और फरीद के रूप में की गई है।

आरोपियों के पास से तीस हजार रुपए नकद बरामद किए गए हैं। वहीं आरोपी साद के पास से होम मिनिस्ट्री का फर्जी आईडी-कार्ड भी बरामद किया गया है। इस आईडी-कार्ड में साद के नाम के सामने होम मिनिस्ट्री के डिप्टी चीफ का पद है। कहा जा रहा है कि इस मामले में पांच आरोपी शामिल हैं। इनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं दो आरोपी बबलू और अरशद मौके से भागने में कामयाब रहे और उनकी तलाश की जा रही है। 

क्या है पूरा मामला

शहादरा के डीसीपी ने इस मामले पर पूरी जानकारी देते हुए कहा कि आनंद विहार थाने को दो लाख रुपए के लिए दो युवकों के अगवा होने की खबर मिली। अगवा किए गए युवकों के दोस्त आशुतोष मिश्रा ने कॉल करके पुलिस को बताया कि अनजान लोगों ने उनके दो दोस्तों को अगवा कर लिया है। आरोपी उन्हें अगवा करके सीलमपुर की तरफ ले गए हैं।

इसके बाद एसीपी जगदीश कुमार और एसएचओ मनीष कुमार की देखरेख में एक टीम गठित की गई। इस टीम में एसआई प्रियांक, हेड कॉन्स्टेबल विकास, मोहसिन और सिपाही पिंटू शामिल थे। उन्होंने त्वरित कारवाई करते हुए आर्यन के फोन की लोकेशन ट्रेस की और सीलमपुर पहुंच गए। दोनों युवकों को सकुशल बचा लिया गया।

आरोपियों ने क्यों और कैसे किया अगवा

बता दें कि इस पूरे मामले के तार बिटकॉइन से जुड़े हैं। गाजियाबाद के वैशाली इलाके में रहने वाले पीड़ित आर्यन शर्मा ने इस पूरे मामले के बारे मं बताया कि वे, आशुतोष और तनिष्क लोगों से बिटोक्स कंपनी के बिटकॉइन में इंवेस्टमेंट कराते हैं। आरोपी फरीद से भी इसमें दो लाख रुपए निवेश कराए गए थे। कुछ दिनों से बिटकॉइन में घाटा हो रहा था जिसके कारण पैसे वापस नहीं कर पाए। 15 दिन पहले आरोपी आर्यन की घड़ी और फोन ले गए थे।

मंगलवार को आर्यन ने उन्हें फोन किया और अपनी घड़ी और फोन वापस मांगा। इसके बाद तनिष्क, आशुतोष और आर्यन अपना सामान लेने आए। तभी आरोपी जबरदस्ती उनकी कार में बैठ गए। आशुतोष तो कार से उतरने में कामयाब रहे लेकिन आरोपियों ने तनिष्क और आर्यन को अगवा कर लिया। इसके बाद आशुतोष ने पुलिस को फोन किया था।  

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