BJP Politics: भाजपा ने दिल्ली में रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर फिर से जनता को सरप्राइज कर दिया है। दिल्ली बीजेपी में सीएम पद के लिए एक से एक दिग्गज दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने सभी बड़े नामों को साइड कर रेखा गुप्ता को सीएम बना दिया, जो पहली बार विधायक बनी थी। वह पार्टी के साथ भले ही पिछले करीब 30 सालों से जुड़ी है, और 3 बार पार्षद भी रह चुकी हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव पहली बार जीतीं। विधायक बनते ही भाजपा ने उन्हें सीधा मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंप दी। आपको इसमें हैरान होने वाली कोई बात नहीं है, क्योंकि भाजपा इससे पहले भी कई बार जनता को ऐसे सरप्राइज दे चुकी है।
गुजरात में लिखी गई थी यही कहानी
भाजपा में रेखा गुप्ता से पहले भी कई ऐसे मुख्यमंत्री बन चुके हैं, जो पहली बार विधायक बने थे। इसमें सबसे पहला नाम खुद वर्तमान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आता है। नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे, उस विधानसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव तक नहीं लड़ा था। इससे पहल भी वह कभी विधायक नहीं रहे थे। उन्हें 7 अक्टूबर 2001 को सीधा मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ दिलाई गई, उसके बाद एक सीट से विधायक को इस्तीफा दिलाकर दोबारा उपचुनाव कराया, जिसमें नरेंद्र मोदी को जीत मिली थी। इस दौरान भी भाजपा के कई नेता सीएम के लिए दावेदारी पेश कर रहे थे।
भजनलाल शर्मा भी उदाहरण
भाजपा ने राजस्थान में भी कुछ ऐसा ही प्लान अपनाया था। राजस्थान के सीएम चुनाव से पहले बीजेपी से टिकट पाने की आस में थे, ये तक कन्फर्म नहीं था कि भाजपा उन पर भरोसा जताएगी या नहीं। लेकिन जब वह चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने तो पार्टी ने सीधा उन्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री बना दिया। गौर करने वाली बात है कि राजस्थान भाजपा में वसुंधरा राजे पहले से ही सीएम बनने की दावेदारी पेश कर रही थी, लेकिन पार्टी ने भजनलाल को यह जिम्मेदारी दे दी। ये 3 नेता ऐसे हुए हैं, जो पहली बार विधायक बनते ही सीधा मुख्यमंत्री बन गए थे।
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