बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीतकर बड़ी वापसी की है। जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हराकर कांग्रेस की सरकार गिराई थी। उसी तरह से बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को हरा दिया और 48 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल किया। इसी बीच भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने बड़ा ऐलान कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने कहा है कि वह मुस्तफाबाद का नाम बदलकर शिव पुरी रख सकते हैं या मुस्तफाबाद को शिव विहार भी हो किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जहां हिंदुओं की आबादी हो, हिंदू जहां रहते हों तो उसका नाम मुस्तफाबाद की जगह शिवपुरी या शिव विहार क्यों नहीं हो सकता है। मोहन सिंह ने ये भी कहा कि नाम बदलने से पहले जनगणना की जाएगी। उसके बाद, मुस्तफाबाद का नाम बदलकर या तो शिवपुरी या शिव विहार रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव से पहले यह वादा किया था और मैं इसे पूरा भी करूंगा, चाहे कुछ भी हो जाए। वहीं बिष्ट ने अपनी जीत केंद्रीय नेतृत्व को समर्पित की और निर्वाचन क्षेत्र में विकास का आश्वासन दिया।
मोहन सिंह बिष्ट ने आप उम्मीदवार अदील अहमद खान हराया
मोहन सिंह बिष्ट ने मुस्तफाबाद में आप उम्मीदवार अदील अहमद खान को 17,578 वोटों से हराया है। साल 2020 के चुनावों में AAP उम्मीदवार हाजी यूनुस ने यह सीट जीती थी। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने मुस्तफाबाद में ताहिर हुसैन को मैदान में उतारा, लेकिन वह केवल 33,474 वोट हासिल करने में सफल रहे और तीसरे स्थान पर रहे। इसके अलावा कांग्रेस उम्मीदवार अली मेहदी को 11,763 वोट मिले और वे चौथे स्थान पर रहे।
70 में से 48 विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने किया कब्जा
दिल्ली का यह विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौट आई। पार्टी ने 70 विधानसभा सीटों में से 48 पर जीत हासिल की है।जबकि,2020 में बीजेपी सिर्फ 8 सीटों पर ही सिमट गई थी। वहीं AAP ने 2020 में 62 विधानसभा सीटें जीती थीं, इस बार अरविंद केजरीवाल की पार्टी 22 सीटों पर सिमट गई है।