Delhi Crime News: दिल्ली में एक 19 वर्षीय युवती जो अभी पढ़ाई ही कर रही थी, उस पर जालसाजों ने मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप लगाकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे दिया। लड़की इस कदर डर गई कि उसके पास जितनी रकम थी, उसने आरोपियों को दे दी। मगर रुपये गंवाने के बाद उसे ठगी का एहसास हुआ। जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत की। इस पर साउथ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की साइबर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्र ने बताया, ईस्ट ऑफ कैलाश इलाके में रहने वाली एक युवती की शिकायत मिली थी। जिसमें उसने बताया था कि 30 अक्टूबर को उसके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई थी। कॉलर ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मेन ऑफिस से बताया। वह आगे बोला कि आपके नाम पर क्रेडिट कार्ड जारी हुआ है। यह कार्ड सुल्तान बाजार, हैदराबाद में जारी हुआ है। युवती इससे पहले कि कुछ समझ पाती, उसके पास दो और अनजान नंबरों से कॉल आ गई। मगर अब आई कॉल ने उसे सन्न कर दिया। क्योंकि कॉलर ने कहा, मैं सीबीआई ऑफिसर बोल रहा हूं, आपके नाम पर जारी हुए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुआ है।
बचाने का लालच दे लपक लिए 58 हजार
इतना सुनते ही युवती पूरी तरह आरोपियों के जाल में फंस गई। उन्होंने युवती से जो कहा उसने वही किया। आरोपियों ने कहा कि वह उसे बचा लेंगे, बस उसे जांच में पूरी तरह सहयोग करना होगा। जैसे वो इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताएगी। उसके बैंक अकाउंट का एक्सेस ले लिया। बताया कि वह उसके रुपयों को फ्रीज कर रहे हैं, जांच पूरी होने के बाद रकम वापस कर दी जाएगी।
जिसके बाद आरोपियों ने उसके अकाउंट से 58,500 रुपये ट्रांसफर कर लिए। मगर जब रुपये वापस नहीं मिले तो युवती को ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उसने परिजनों को सूचना दी और फिर पुलिस में शिकायत की। जिस पर अब केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस जिस अकाउंट में रकम ट्रांसफर की गई है उसकी और आरोपियों के नंबर की डिटेल्स निकालकर उन तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
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