Delhi Air Pollution: दिल्ली में दिवाली से ठीक चार दिन पहले ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 पार कर गया है। जिसके चलते राजधानी में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने रविवार सुबह दिल्ली के कई इलाकों में 400 से ज्यादा AQI दर्ज किया है। इसी बीच दिल्ली सरकार ने आगामी 15 दिनों के लिए प्रदूषण से निपटने के लिए मेगा प्लान तैयार कर लिया है। इस प्लान को लेकर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी दी है।
दरअसल, गोपाल राय ने कहा कि अभी प्रदूषण के स्तर को देखते हुए अगले 15 दिन पूरे उत्तर भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण होंगे। इसलिए अगले 15 दिनों में सरकार की ओर से हमारी कोशिश है कि प्रदूषण को पूरी तरह खत्म किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण की गतिविधियों पर नियंत्रण कल केंद्रीय कृषि एवं पर्यावरण मंत्रियों और पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मंत्रियों के साथ एक संयुक्त बैठक हुई है। इसमें भी हमने निवेदन किया कि अगले 15 दिनों तक इन सभी सरकारों को भी निगरानी रखनी होगी और सभी सरकारों का अलर्ट रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पांच ऐसी पहलकर्मी है, जिस पर सरकार के साथ लोगों को भी सक्रिय होना पड़ेगा। ताकि, प्रदूषण को कम किया जा सके।
गोपाल राय ने आगे कहा कि पहला पराली जलाने की घटनाएं कम हो रही हैं, लेकिन अगले 15 दिनों में कड़ी निगरानी के साथ इसे नियंत्रित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि दूसरा दिवाली आने वाली है और पटाखों का जो धुंआ पैदा होता है, चारों तरफ, न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे एनसीआर में उसे नियंत्रित करने की जरूरत है।
गोपाल राय ने कहा कि तीसरा जितना हो सके सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। बसों का उपयोग करें और मेट्रों का प्रयोग करें। इससे प्रदूषण को कम करने में काफी राहत मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से रेड लाइट पर वाहनों को बंद करने की अपील की।
गोपाल राय ने अपने पांचवी पहल कर्मी में बताया कि मेरा दिल्ली के सभी लोगों से अपील है अगर आपको कहीं भी आग लगे तो 'ग्रीन दिल्ली' ऐप डाउनलोड करें और उसकी फोटो पोस्ट करें ताकि कार्रवाई की जा सके। ये पांच ऐसी पहल करनी है, जिससे दिल्ली के प्रदूषण को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
बता दें कि दिल्ली में दिवाली से पहले हवा जहरीली हो गई है। दिल्ली सरकार को डर है कि पटाखों की वजह से दिवाली पर राजधानी का प्रदूषण कई गुना बढ़ सकता है। जिसके चलते पटाखों के जलाने को लेकर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है।