Delhi Asha Kiran Shelter Home Death: दिल्ली के आशा किरण शेल्टर होम में एक के बाद एक लोगों की मौत के बाद माहौल काफी गर्म हो गया है। बीजेपी और आप इसके लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बीजेपी बोल रही है कि आशा शेल्टर होम राज्य सरकार के अधीन होता है, इसलिए इसके लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है। वहीं, आप बोल रही है कि शेल्टर होम में देखरेख की जिम्मेदारी अधिकारियों की होती है और अधिकारी की पोस्टिंग और ट्रांसफर की जिम्मेदारी दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना के पास है, इसलिए इसके लिए उपराज्याल जिम्मेदार है।
राहुल अग्रवाल 5 साल के लिए था सस्पेंड
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने एक अधिकारी राहुल अग्रवाल पर इस हादसे का ठिकरा फोड़ा है। उन्होंने कहा कि एलजी ने क्या सोचकर राहुल अग्रवाल को शेल्टर होम का प्रशासनिक अफसर बनाया, जो घुस लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए थे। सीबीआई ने राहुल अग्रवाल को साल 2016 में घुस लेते हुए गिरफ्तार किया था, इसके बाद उसे 5 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया। 2021 में राहुल की दोबारा जॉइनिंग हुई है और एलजी साहब ने उन्हें आशा शेल्टर होम की प्रशासनिक जिम्मेदारी सौंप दी।
सोशल वेलफेयर विभाग के सचिव को करे सस्पेंड
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी ने राहुल अग्रवाल जैसे घुसखोर को क्या सोचकर आशा किरण शेल्टर होम का प्रशासनिक देखभाल के लिए चुना। उन्होंने कहा कि मीडिया में 2 दिनों से खबर चल रही है कि आशा शेल्टर होम में रहने वाले लोगों को ना ही खाना मिल रहा था, ना ही इलाज मिल रहा था और ना ही पीने का साफ पानी मिल रहा था। अगर ऐसा ही है, तो एलजी ने अभी तक इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी को सस्पेंड क्यों नहीं किया है। सोशल वेलफेयर विभाग के सचिव विनोद तांबे को भी सस्पेंड नहीं किया गया।
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