दिल्ली विधानसभा सत्र के संपन्न होने के बाद भी बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिल रही है। आप नेता जहां दिल्ली बीजेपी से महिला सम्मान निधि को लेकर तीखे सवाल दाग रहे हैं, वहीं बीजेपी नेताओं का कहना है कि कैग रिपोर्ट पर जांच पूरी होते ही केजरीवाल और पूरी पार्टी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इन सियासी हमलों के बीच दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भी प्रतिक्रिया दी है।
मीडिया से बातचीत में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि सदन की कार्यवाही 5 दिनों तक चली, जिसमें पूरा ब्यौरा रखा गया। खट्टे मीठे अनुभव भी शेयर किए गए हैं। इस सदन की महत्वपूर्ण विषय यह रहा कि दो सीएजी की रिपोर्ट्स पर भरपूर चर्चा हुई और इन सीएजी की रिपोर्ट्स पर अधिकार क्षेत्र भी दिल्ली विधानसभा के सदन का है। इसलिए यह सदन अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह निर्वहन करेगा। उन्होंने बताया कि 5 दिन के सत्र में सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा लिया, वो भी रिकॉर्ड है। विभिन्न अवसरों पर 126 सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा लिया। 18 घंटे और 18 मिनट सदन की कार्यवाही चली। सभी दिन सभी सदन की कार्यवाही पूरी की गई।
आरोपियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई: विजेंद्र गुप्ता
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि पूर्व की सरकार ने कैग रिपोर्ट को सदन के पटल पर पेश नहीं होने दिया। सरकार बदलने के बाद कैग रिपोर्ट को सदन में टेबल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि पीएससी 3 महीने के भीतर रिपोर्ट पेश करेगी। संबंधित विभागों को भी एक महीने के भीतर एक्शन टेकन रिपोर्ट सब्मिट कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिले विजेंद्र गुप्ता
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि हमने 9-10 मार्च को नवनिर्वाचित विधानसभा के सदस्यों का ओरिएंटेशन कराने की योजना बनाई है। मैंने इसमें शामिल होने का आग्रह ओम बिरला जी से किया। उन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल होने की स्वीकृति दे दी है।
आने वाला समय बढ़ाएगा केजरीवाल की मुश्किलें
दिल्ली विधानसभा सत्र कैग रिपोर्ट के चलते हंगामेदार रहा। पहले दिन ही आतिशी समेत आप विधायकों ने जय भीम के नारे लगाए, जिसके बाद उन्हें तीन दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। ऐसे में आप विधायकों ने अगले दिन विधानसभा परिसर में एंट्री करनी चाही तो अनुमति नहीं मिली। इस बीच सदन की अवधि बढ़ा दी गई। पांच दिनों तक चले इस सदन में कैग रिपोर्ट पर भी विस्तार से चर्चा हुई, जबकि बाहर विपक्ष लगातार हमला करता रहा। अब पीएसी रिपोर्ट के आने का इंतजार रहेगा, जिसके बाद आप की मुश्किलें बढ़ना तय मानी जा रही है।