दिल्ली के रहने वाले कपल्स ज्योति और सत्या ने करीब 12 साल पहले अपनी नौकरी छोड़कर डोसा इंक नाम से फूड ट्रक बिजनेस की शुरुआत की। आज यह कपल्स सालाना 3 करोड़ रुपये की कमाई कर रहे हैं। ये अकेले नहीं हैं, जिन्होंने फूड ऑन व्हील्स बिजनेस में नाम कमाया है। इनके अलावा भी कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने ट्रक या बस को रेस्टोरेंट में बदलकर खाने-पीने के शौकीन लोगों के दिलों में जगह बना ली है। आज हम दिल्ली के टॉप रेस्टोरेंट के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कि जमीन पर नहीं बल्कि पहियों पर चल रहे हैं। सबसे पहले बात करते हैं अलकनंदा स्थित डोसा इंक रेस्टोरेंट के बारे में...
ट्रक पर चल रहा डोसा इंक रेस्टोरेंट
दिल्ली के कपल्स ज्योति और सत्या ने 2012 में अपनी नौकरी छोड़कर दिल्ली के अलकनंदा में डोसा इंक रेस्टोरेंट खोलकर फूड ऑन व्हील्स बिजनेस में एंट्री की। उनके हाथों से बनी साउथ इंडियन डिशेज का स्वाद लोगों को इतना भाया कि पहले ही दिन सारा सामान बिक गया। ऐसे में इन्हें जल्द अहसास हो गया कि उन्हें टैंपो की बजाए बड़े वाहन की जरूरत होगी क्योंकि टैंपों में रसोई घर का सभी सामान रखना मुमकिन नहीं है। ऐसे में ट्रक लेने का प्लान किया और इसे रेस्टोरेंट में बदल दिया। इसके बाद तो मुनाफे में और भी बढ़ोतरी होने लगी। आज ये कपल्स सालाना तीन करोड़ रुपये कमा रहे हैं। यह रेस्टोरेंट सोमवार से शनिवार तक शाम 5 बजे से रात 10 बजे और रविवार सुबह 9:30 बजे से दोपहर 3 बजे तक खुला रहता है।
सरदार जी दा फूड ट्रक
जनकपुरी स्थित सरदार जी दा फूड ट्रक रेस्टोरेंट भी बेहद फेमस है। यह रेस्टोरेंट सोमवार से रविवार तक शाम 6 बजे से रात 12 बजे तक खुला रहता है। वेज रोल, नॉन वेज रोल और एग रोल का स्वाद चखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। यहां भी ऑनलाइन ऑर्डर की सुविधा उपलब्ध है क्योंकि यहां बैठकर खाने की सुविधा नहीं है। लेकिन, फिर भी यहां हमेशा लोगों की भीड़ जुटी रहती है। दो लोगों के खाने का औसत खर्चा करीब 300 रुपये है।
फूड बस ऑफ इंडिया
दिल्ली की सड़कों पर लाल रंगी की बस में रेस्टोरेंट भी चल रहे हैं। इस रेस्टोरेंट का नाम फूड बस ऑफ इंडिया रखा गया है। 2023 में सबसे पहले इस बिजनेस की शुरुआत राजेंद्र नगर से हुई थी। यहां डबल डेकर बस को रेस्टोरेंट में बदल दिया गया था। यह कॉन्सेप्ट लोगों को खासा पसंद आया और देखते ही देखते अब कई जगह यह लाल रंग की डेबल डेकर बसें दिखाई देंगी।
यह रेस्टोरेंट रात 12 बजे से सुबह 4:30 बजे तक और सुबह 6:00 बजे से रात 12:00 बजे तक खुला रहता है। इनका फास्ट फूड, बिरयानी, डेसर्ट और उत्तर भारतीय व्यंजन लोगों को खासा पसंद आता है। अगर कभी यह डबल डेकर बस दिखे तो आपको यहां का खाना भी एक बार अवश्य चखना चाहिए। दावा है कि इस यात्रा का अनुभव लेने के बाद आप अपने दोस्तों और परिजनों को भी इस यात्रा पर अवश्य लेकर जाएंगे।
ढाबा ऑन व्हील्स
रेस्टोरेंट की बात तो हो गई, लेकिन ढाबे की बात करें तो ढाबा ऑन व्हील्स का जिक्र तो बनता ही है। यह कनॉट प्लेस के आउटर सर्किल के एन ब्लॉक में स्थित है। यहां का बिरयानी, मुगलई और नार्थ इंडियन डिशेज का स्वाद भूलना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। यहां दो लोगों के खाने का औसत खर्चा 650 रुपये है। यह रेस्टोरेंट सुबह 11:15 बजे से रात 11 बजे तक खुला रहता है। विशेषकर छुट्टी के दिन तो यहां लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ जाता है। अगर कभी कनाट प्लेस आना हो, तो एक विजिट अवश्य बनती है।
ललित फूड ट्रक कंपनी
दिल्ली का 5 सितारा ललित होटल अपनी पहचान की मोहताज नहीं है। इन्होंने लोगों तक अपने स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद परोसने के लिए एक अनोखा प्रयोग किया था। उन्होंने ट्रक को किचन में बदलकर लोगों को अपने व्यंजन परोसने का फैसला किया था। यह फैसला आज बेहद सही साबित हो रहा है। यह ट्रक दिल्ली के कनॉट प्लेस के पास बाराखंभा रोड पर लोगों को व्यंजनों का स्वाद परोसते हैं।
यहां आप वेज, नॉन वेज, मैक्सिकन, नार्थ इंडियन समेत कई व्यंजनों का स्वाद चख सकते हैं। खास बात है कि यहां के अनुभवी शेफ हर दिन के लिए स्पेशल डिशेज बनाते हैं ताकि रोजाना आने वाले ग्राहकों को भी हर दिन नया खाने को मिल सके। अगर आप भी खाने के शौकीन हैं, तो आपको यहां का खाना भी अवश्य ट्राई करना चाहिए। दावा है कि अगली बार पूरी फैमिली को लेकर यहां के व्यंजनों का स्वाद चखेंगे।
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