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Delhi Crime News: राजधानी दिल्ली में बढ़ती स्नैचिंग की घटनाओं के बीच क्राइम ब्रांच पुलिस ने बड़ा भंडाफोड़ किया है। दरअसल, क्राइम ब्रांच ने दिल्ली में लोगों का चुराने वाले गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 62 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।

Delhi Crime News: राजधानी दिल्ली में इन दिनों लगातार स्नैचिंग की खबरें सामने आती रहती हैं। स्नैचर्स राहगीरों और बस में सफर करने वाले यात्रियों को निशाना बनाकर फोन और पर्स चोरी कर या स्नैचिंग कर फरार हो जाते हैं। इस बीच दिल्ली क्राइम ब्रांच टीम ने मोबाइल स्नैचिंग और मोबाइल चुराने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है। दरअसल, क्राइम ब्रांच पुलिस ने स्नैचिंग गैंग के मास्टरमाइंड समेत उसके साथी को दबोच लिया है। मास्टरमाइंड की पहचान राजेश राठौड़ और सनी उर्फ कट्टा के रूप में हुई है। क्राइम ब्रांच टीम ने इनके पास से 62 मोबाइल भी बरामद किए हैं। 

क्राइम ब्रांच पुलिस का बयान

घटना के बारे में जानकारी देते हुए क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि मास्टर माइंड राजेश दिल्ली पुलिस का घोषित बैड कैरेक्टर है और इस पर पहले से ही 25 लूट, चोरी और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं। जबकि इसका साथी सन्नी स्नैचिंग और बर्गलरी के आठ वारदात को अंजाम दे चुका है। डीसीपी राकेश बावरिया ने बताया कि एसीपी नरेश सोलंकी की देखरेख में इंस्पेक्टर विजय पाल दहिया, एसआई बीजू मोन, हेड कांस्टेबल अरविंद, संजय, सोमवीर और कांस्टेबल विपिन की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद इस गैंग का पर्दाफाश किया है।

टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पकड़े गए आरोपी 

अधिकारी ने बताया गैंग का पर्दाफाश करने के लिए टेक्निकल सर्विलांस के साथ-साथ दर्जनों की संख्या में सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। उसी के आधार पर सबसे पहले महरौली बदरपुर रोड से राजेश राठौर को दबोचा गया। पता चला की राजेश राठौर गैंग का मास्टरमाइंड हैं। उसके पास से जांच टीम को 30 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पूछताछ में उसने अपने गैंग के बारे में बताया। उसने कहा कि उसका एक साथी संजय है, जो गोविंदपुरी में रहता है। इसके बाद पुलिस की टीम ने वहां छापा मारा और उसके पास से 32 मोबाइल के साथ संजय को पकड़ा। इन दोनों से जब पूछताछ हुई तो बताया कि यह लोग मोबाइल चुराने और मोबाइल स्नैचिंग करने वाले गैंग ऑपरेट करते हैं।  

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62 फोन आरोपियों के पास से बरामद

पूछताछ में आगे पता चला कि ये लोग भीड़भाड़ वाले जगह पर लोगों को ज्यादा निशाना बनाते हैं। इसके अलावा ये गैंग बस में भी सफर कर रहे लोगों के जेब से पर्स और फोन चुराते हैं। ये भी पता चला है कि जब ये गैंग बस में वारदात को अंजाम देता है तो बस के पीछे-पीछे इनका एक ऑटो चलता है। इसके बाद वारदात को अंजाम देने के बाद ऑटो में बैठकर फरार हो जाते हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ये गैंग पिछले एक साल से वारदात को अंजाम दे रहा है। अब तक ये गैंग 100 से ज्यादा लोगों के फोन को जेब से निकाल चुके हैं। हालांकि, इनके पास से 62 फोन को पुलिस ने बरामद कर लिया है। उनमें से कई मोबाइल चोरी की शिकायत अलग-अलग थाने में दर्ज है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। 

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