दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो क्रिकेट की सट्टेबाजी कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग राज्यों से 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के लोग कई राज्यों में एक्टिव थे और ऑनलाइन सट्टेबाजी कर रहे थे। इसके लिए आरोपियों ने एक वेबसाइट पर मास्टर आईडी बनाई थी।
करोल बाग के फ्लैट में हुए गिरफ्तार
पुलिस की ओर से जारी किए गए प्रेस रिलीज में बताया गया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि राजू नाम का एक शख्स करोल बाग के इलाके में अपने साथियों के साथ मिलकर अवैध रूप से सट्टेबाजी का गिरोह चलाता है। पुलिस ने सूचना पाकर इसकी छानबीन की गई, तो पता चला कि मौजूदा समय में क्रिकेट की टी-20 बिग बैश लीग 2024-2025 खेली जा रही है। जिसके मैचों के लिए यह गिरोह अवैध सट्टेबाजी कर रहा है। इसके बाद पुलिस ने टीम के साथ करोल बाग के फ्लैट में छापेमारी की, जहां पर कुल 10 लोग सट्टा लगा रहे थे और मुख्य आरोपी राजू भी वहीं पर मौजूद था। पुलिस ने सभी को लाइव मैच के दौरान अपने लैपटॉप और मोबाइल पर सट्टा लगाते हुए पकड़ा। फ्लैट से कुल 24 मोबाइल, 5 लैपटॉप और और 1 एलईडी टीवी बरामद किया गया है।
जांच में पता चला कि टी-20 क्रिकेट के बिग बैश लीग 2024-2025 का सातवां मुकाबला होबार्ट हरिकेंस और पर्थ स्कॉर्चर्स के बीच सुबह 10:30 बजे से खेला गया था। इस गिरोह ने इसी मैट पर सट्टा लगाया था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज करते हुए इसकी जांच शुरू कर दी। वहीं जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, वह दिल्ली, यूपी और राजस्थान से हैं। पुलिस के मुताबिक, सट्टेबाजों का यह गिरोह एक साल से चल रहा था।
आरोपी इस तरह से लगाते थे सट्टा
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह दो-दो तरह से सट्टा चला रहे था। पुलिस के मुताबिक, राजू वैष्णव इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। मुख्य आरोपी राजू वैष्णव के साथियों में से एक ने जेएमडी स्पोर्ट्स डॉट कॉम की एक मास्टर आईडी खरीदी है, जो कि एक सट्टेबाजी वेबसाइट है। इसके साथ ही उन्होंने इस आईडी में एक सुपर मास्टर आईडी बनाई है। लाइव मैचों पर सट्टा लगाने के लिए वह उन लोगों को भी आईडी बेच रहे थे, जो ऑनलाइन सट्टा लगाते हैं। इसके अलावा आरोपी ऑफलाइन और प्रैक्टिस के अनुसार भी सट्टेबाजी कर रहे थे। वह सट्टा लगाने वाले लोगों के दांव को नोटपैड पर नोट करते थे और कॉल करके लाइव मैचों में अपना पूर्वानुमान दांव लगाकर सट्टेबाजी करते थे।
किराये पर लिया था करोल बाग में फ्लैट
राजू ने इस फ्लैट को अपने नाम से 45,000 रुपये प्रति महीने के किराये पर लिया था। पुलिस के अनुसार, पिछले एक साल यह गिरोह सट्टेबाजी का काम कर रहा था। आमतौर पर मैच के दिनों में एक दिन का लेनदेन करीब डेढ़ लाख तक होता था। जिसमें आरोपियों को रोजाना 30 से 40 हजार रुपए का फायदा या नुकसान होता था। आरोपी राजू ने तीन अलग-अलग राज्यों के अन्य सट्टेबाजों के साथ मिलकर काम कर रहा था।
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