Delhi Government: दिल्ली में भाजपा की सरकार बनते ही मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर आरोग्य मंदिर रखने का फैसला लिया गया। इन आरोग्य मंदिरों की हालत सही करके उन्हें फिर से शुरू किया जाएगा। वहीं अब मोहल्ला बसों का नाम बदलने पर भी विचार किया जा रहा है। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने मोहल्ला बसों के नाम पर छोटी बसें चलाने की योजना बनाई थी लेकिन इस योजना के तहत नई बसों को सड़कों पर नहीं उतारा था।
आम आदमी पार्टी नहीं कर पाई मोहल्ला बसों की शुरुआत
बता दें कि तीन महीने पहले ही इस योजना के तहत 150 बसें आ चुकी हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव की अधिसूचना की घोषणा होने से पहले ही ये बसें आ चुकी थीं और आम आदमी पार्टी ने इन बसों को सड़कों पर उतारने की पूरी कोशिश की लेकिन नाकाम रही। इसकी एक वजह ये भी है कि उस समय अधिकारियों और नेताओं के बीच तालमेल नहीं बन पाया।
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कुशक नाला डिपो पहुंची पहली खेप
इन सब के बीच दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो गई और फिर चुनाव के कारण इन बसों की शुरुआत नहीं हो पाई। हालांकि अब दिल्ली में भाजपा की सरकार आ जाने से उम्मीद जताई जा रही है कि इन बसों को जल्द चलाया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो जल्द ही इन बसों का नाम तय कर लिया जाएगा और फिर उन्हें सड़कों पर उतारा जाएगा। इसके बाद लास्टमाइल कनेक्टिविटी के मामले में दिल्ली वालों को राहत मिलेगी। दिल्ली की सड़कों पर 150 मोहल्ला बसें उतरेंगी। कुशक नाला डिपो नौ मीटर वाली लो फ्लोर इलेक्ट्रिक मोहल्ला बसों की पहली खेप आ चुकी है।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में लोगों को पहुंचाएंगी
बता दें कि भीड़भाड़ वाले ऐसे इलाके जहां पर 12 मीटर वाली लंबी बसें नहीं जाती हैं, उन इलाकों में ये मोहल्ला बसें चलेंगी। इसके साथ ही 2025 के अंत तक ट्रांसपोर्ट की समस्या के लिए 2,140 एसी बसें सड़कों पर उतारने की तैयारी है। इन बसों में एसी के साथ ही सीसीटीवी, जीपीएस और पैनिक बटन की सुविधा होगी।
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