Delhi Jal Board: दिल्ली में पीने के पानी की काफी किल्लत है। ऐसे में द्वारका और इसके आसपास के इलाकों में पीने के पानी की किल्लत का जल्द निपटारा होने वाला है। इसके लिए एक नया वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा है। इस प्लांट में रोजाना 50 मिलियन गैलन पानी ट्रीट करने की क्षमता होगी। इससे 15 लाख से ज्यागा लोगों को साफ और बेहतर पानी की सप्लाई मिलेगी। इस प्लांट का काम दिसंबर 2024 तक पूरा होने वाला था लेकिन इसके निर्माण में कई बार बाधाएं आईं, जिसके कारण इसका काम अगस्त 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। 

50 एकड़ में फैला है प्रोजेक्ट

बता दें कि द्वारका में 2015 में  50 एमजीडी का एक वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट चालू है। अब उसी परिसर में दूसरा 50 एमजीडी का वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। नए प्लांट का क्षेत्रफल 50 एकड़ में फैला हुआ है। इस प्लांट को बवाना से पानी मिलेगा। इसके लिए पहले से ही पानी लाने के लिए ट्विन पाइपलाइन बिछा दी गई हैं। इसके साथ ही मुनक नहर से आने वाले पानी को स्टोर करने के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए बवाना में दो बड़े वॉटर रिजर्वायर और एक पंपहाउस बनाया जा रहा है। इस वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को तीन मंजिला डिजाइन किया गया है। इनमें एक मंजिल क्लैरिफायर यूनिट बिल्डिंग होगी, दूसरा पंपहाउस और तीसरे में ऑफिस बनाया जाएगा। इसकी मदद से पानी सप्लाई की सुविधा में सुधार होगा। 

कई बार आईं समस्याएं

इस परियोजना को पूरा करने में कई कारणों से बार-बार देरी हो रही है। सबसे बड़ी समस्या तब आई, जब इस प्लांट को बनाने के लिए जमीन खाली कराई गई। इस जमीन पर कोरोना काल में सब्जी मंडी लगा करती थी। जब इन दुकानदारों को हटाने की कोशिश की गई, तो उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड के खिलाफ ही मामला दर्ज कर दिया। कानूनी लड़ाई तीन साल चली, जिसके कारण इसमें देर लगी। इसके अलावा NHAI की एक अन्य परियोजना के तहत निर्माण कार्य में लगभग 6 महीने की देरी हुई। इसके अलावा जिस ठेकेदार को इस परियोजना का काम सौंपा गया है, उसे समय से भुगतान नहीं किया गया, जिसके कारण ये मामला लगातार खिसकता रहा। 

इन इलाकों में जलापूर्ति होगी बेहतर

इस प्लांट के शुरू होने से द्वारका , पालम, बिजवासन जैसे तमाम इलाकों में पानी की आपूर्ति में सुधार आएगा। वर्तमान में  दिन में एक बार इन इलाकों में पानी की सप्लाई होती है लेकिन इस प्लांट के लग जाने के बाद दिन में दो बार पानी की सप्लाई होगी। इस परियोजना के शुरू होने के बाद द्वारका और उसके आसपास के इलाकों में पानी की कमी से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा बिजवासन, उत्तम नगर, नजफगढ़, जनकपुरी, हरि नगर, सागरपुर, दौलतपुर, उजवा, तिलक नगर और रजोकरी जैसे इलाकों में भी पानी की आपूर्ति की सुविधा में सुधार होगा। अनधिकृत कॉलोनियों में पानी की भारी कमी रहती है। इस प्लांट के शुरू होने से पानी की बेहतर सप्लाई मिलने की उम्मीद है। 

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