दिल्ली के नरेला इलाके में बढ़ रहे अपराधों और बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने गंभीर चिंता जताई है। जिसे देखते हुए उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के साथ बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण उपाय शुरू किए हैं। इसमें नरेला के डीडीए सोसाइटियों को 24 घंटे सुरक्षा प्रदान करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात करने की बात कही गई है। इन उपायों का मुख्य उद्देश्य है कि नरेला को एक सुरक्षित क्षेत्र बनाए जाए।

सुरक्षा बलों की तैनाती

नरेला में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए और नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए वहां पर 500 पूर्व सैनिकों को तैनात किया जाएगा। ये सैनिक पुलिस बल के साथ मिलकर काम करेंगे। इसके साथ ही रात में पेट्रोलिंग के लिए पीसीआर वैन भी तैनात किए जाएंगे जो रात को समय में इलाके में गश्त करेगी। सुरक्षा को ज्यादा मजबूती देने के लिए खाली पड़े फ्लैट्स में पुलिस बीट स्थापित किए जाएंगे ताकि पुलिस तेजी से सुरक्षा के लिए पहुंच सके।

उपराज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अवैध अतिक्रमण पर अंकुश लगाया जाए और सार्वजनिक सुविधाओं में सुधार किया जाए। उनका उद्देश्य नरेला को एक जीवंत आवासीय और मनोरंजन का केंद्र बनाना है। जिन इलाकों में अधिक अपराध हो रहे हैं, उन इलाकों में स्ट्रीट लाइट लगाने के साथ ही सोसाइटी की चारदीवारी को भी ऊंचा किया जाएगा।

नरेला में सबसे सस्ते फ्लैट

डीडीए की आवासीय स्कीम के तहत नरेला में करीब ढाई हजार फ्लैट उपलब्ध हैं। बता दें कि इसकी बुकिंग 14 नवंबर से ही शुरू हो गई है। डीडीए की हाउसिंग स्कीम में सबसे सस्ते फ्लैट्स नरेला में स्थित है। लेकिन कम कीमत के बावजूद बेहतर कनेक्टिविटी और सुरक्षित जगह न होने पर लोग वहां रहना पसंद नहीं करते हैं। डीडीए कई बार इन फ्लैट्स को बेचने के लिए स्कीम निकाल चुकी है।

अब उपराज्यपाल ने वहां के निवासियों से पुलिस की अपर्याप्त मौजूदगी की शिकायतों को स्वीकार करते हुए डीडीए के खाली पड़े फ्लैट्स को पुलिस चौकी के रूप में इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं।

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