Delhi Liquor Case: आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया 17 महीने बाद जेल से बाहर आए हैं। हालांकि अभी तक उनके केस में आखिरी फैसला नहीं हो सका है। अभी वह सिर्फ जमानत पर बाहर आए हैं। वह कोर्ट से दोषी साबित होंगे या फिर बाइज्जत बरी होंगे, इसका फैसला ट्रायल में होगा। इसको लेकर बीजेपी सिसोदिया पर कई दफा ये बोलकर तंज भी कस चुकी है कि कोर्ट से सिर्फ जमानत ही तो मिली है। आज सिसोदिया ने इस पर बयान दे दिया है।
'मैं तानाशाह से लड़ने के लिए जेल गया था'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिसोदिया से जब पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि कोर्ट से आप बाइज्जत बरी होंगे। इस पर सिसोदिया ने कहा कि मैं कई बार सोचता हूं कि मैं अच्छा काम कर रहा था, फिर मुझे जेल में क्यों डाल दिया गया, फिर सोचता हूं कि भगवान की मर्जी के बिना कुछ नहीं होता है, इसमें भी जरूर कुछ अच्छा ही होना होगा। मैं जब जेल गया, तो मुझे बुरा लगा था, लेकिन अब मैं जेल से बाहर आने के बाद अधिक शक्तिशाली हो गया हूं। मुझे खुशी है इस बात की कि मैं तानाशाह से लड़ने के लिए जेल गया था।
'काजल की कोठरी से बिना कालिख लगाए बाहर आऊंगा'
सिसोदिया ने आगे कहा कि मैं दिल्ली में पैदल यात्रा कर रहा हूं, मुझे लोगों से खूब प्यार मिल रहा है। लोग मेरा हालचाल पूछ रहे हैं और दुख भी जता रहे हैं कि मुझे काजल की कोठरी में बंद कर दिया गया था, लेकिन मुझे भरोसा है कि जब भी कोर्ट का आखिरी फैसला आएगा, मैं काजल की कोठरी से बिना कालिख लगाए बाहर आऊंगा। मुझे पता है मैंने कोई गलत काम नहीं किया है, जब भी कोर्ट का ट्रायल शुरू होगा, यह बात तय हो जाएगा। मेरा कोर्ट से बाइज्जत बरी होना तय है। मुझे भगवान, न्यायालय और देश के संविधान पर पूरा भरोसा है कि मैं कोर्ट से बाइज्जत बरी हो जाऊंगा।
'मैं बाहर होता तो और बेहतर काम होता'
सिसोदिया ने आगे कहा कि इसी भरोसे के साथ मैं ये भी दावा कर रहा हूं कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को अधिक दिन तक जेल में नहीं रहना होगा, कोर्ट उन्हें भी जल्द ही जमानत देने वाली है। सिसोदिया ने यह भी कहा कि मेरे जाने के बाद भी शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली के काम नहीं रुके, आतिशी ने काफी अच्छा काम किया है। अगर मैं भी बाहर होता, तो हम दोनों मिलकर और भी अच्छा काम करते।
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