Delhi MCD By-Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुत से पार्षदों ने भी जीत हासिल की और वे विधायक बन गए। नवनिर्वाचित विधायकों ने निगम की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद नगर निगम की 11 सीटें खाली हो गई हैं। वहीं 1 सीट तब खाली हो गई, जब भाजपा पार्षद रही कमलजीत शहरावत ने लोकसभा चुनाव में सांसद बनने से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यानी 1 सीट लोकसभा चुनाव होने के पहले से ही खाली है। 

दिल्ली चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और भाजपा की नई सरकार का गठन हो चुका है। सीएम रेखा गुप्ता ने सीएम बनते ही तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही दिल्ली नगर निगम की खाली पड़ी 12 सीटों पर उप-चुनाव का शंखनाद हो सकता है। खबरों की मानें, तो चार महीनों के अंदर यह चुनाव प्रक्रिया पूरी हो सकती है। इस तरह उम्मीद लगाई जा रही है कि मई या जून के महीने पार्षद चुनाव हो सकते हैं। 

आप और भाजपा में कड़ी टक्कर

ये उप-चुनाव इसलिए भी जरूरी हैं क्योंकि नगर निगम की जो सीटें खाली पड़ी हैं उससे गणित पलट सकता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि नगर निगम चुनाव के लिए भाजपा और आप में बहुत ही कम अंतर से पक्ष और विपक्ष का खेल चल रहा है, जिसके कारण पाला बदल सकता है। बता दें कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आप से लगभग 22 पार्षद चुनाव में कूदे थे। इसमें भाजपा के 8 विधायक और आम आदमी पार्टी के तीन विधायकों ने चुनाव जीता। वहीं, एक नॉमिनेटेड पार्षद भी भाजपा विधायक के तौर पर विधानसभा चुनाव जीत गए हैं।

चुनाव को लेकर क्या बोले दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष

दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि 'दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के आठ पार्षद और एक मनोनीत सदस्य विधानसभा चुनाव जीत गए हैं। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद विधायक बने हैं। इससे अब भाजपा पार्षदों की संख्या 116 हो गई है। वहीं आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद आप पार्षदों की संख्या 114 हो गई है।' उन्होंने आगे कहा कि 'सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने अपने पार्षद पदों से इस्तीफा दे दिया है। आने वाले कुछ महीनों में नगर निगम की रिक्त 12 सीटों पर उपचुनाव होंगे और भाजपा प्रत्याशी सभी सीटों पर रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल करेंगे।'

इन नेताओं ने पार्षद पद से दिया इस्तीफा

  • बता दें कि पार्षद रहीं रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग से विधानसभा चुनाव जीता और पहली बार विधायक बनते ही मुख्यमंत्री बन गई हैं। 
  • वहीं शिखा राय ग्रेटर कैलाश से चुनाव जीतकर विधायक बन गई हैं और उन्होंने भी पार्षद पद से इस्तीफा दे दिया है। 
  • रविंद्र सिंह नेगी ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया। 
  • वहीं वजीरपुर से चुनाव जीतने वाली पूनम शर्मा ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 
  • नजफगढ़ से जीतने वाली नीलम पहलवान ने भी पार्षद पद से इस्तीफा दे दिया है और अपने विधायक पद का कार्यभार संभाल लिया है।
  • संगम विहार से चुनाव जीतने वाले चंदन चौधरी भी विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पार्षद पद से इस्तीफा दे चुके हैं। 
  • आदर्श नगर विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले राजकुमार भाटिया ने भी अपने पार्षद पद से इस्तीफा दे दिया है। 
  • मुंडका से विधानसभा चुनाव जीतने वाले गजेंद्र दराल पार्षद पद से इस्तीफा देकर विधायक पद संभाल चुके हैं। 
  • इसके साथ ही राजेंद्र नगर से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले उमंग बजाज ने भी पार्षद पद से इस्तीफा दे दिया है।
  • वहीं देवली सीट से चुनाव जीतने के बाद 'आप' के प्रेम चौहान ने अपने पार्षद पद से इस्तीफा दिया। 
  • 'आप' के आले मोहम्मद इकबाल मटियामहल से चुनाव जीते और उन्होंने पार्षद पद से इस्तीफा दिया। 
  • वहीं चांदनी चौक से चुनाव जीतने वाले 'आप' के पुनरदीप सिंह साहनी भी पार्षद पद से इस्तीफा देकर अपने विधायक पद का कार्यभार संभाल चुके हैं। 

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