Delhi Tulip Festival LG VK Saxena and Netherlands Ambassador: दिल्ली में नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) द्वारा आयोजित ट्यूलिप फेस्टिवल का शानदार आगाज हुआ। यह फेस्टिवल राजधानी को और अधिक खूबसूरत बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। इस मौके पर दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना और नीदरलैंड की राजदूत मरीसा गेरार्ड्स विशेष रूप से मौजूद रहीं।    

दिल्ली को फूलों का शहर बनाने की योजना

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने ट्यूलिप फेस्टिवल के उद्घाटन पर कहा कि जब से मैंने दिल्ली के उपराज्यपाल का पद संभाला है, मेरी इच्छा थी कि दिल्ली को फूलों का शहर बनाया जाए। यह उसी दिशा में उठाया गया एक कदम है। NDMC ने लगभग 3 लाख 25 हजार ट्यूलिप फूल विदेशों से मंगवाए हैं, जबकि दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने भी 20 पार्कों में ट्यूलिप लगाए हैं। यहां 15 हजार ट्यूलिप स्वदेशी रूप से उगाए गए हैं। दिल्ली बहुत सुंदर शहर है और हम इसे और भी खूबसूरत बनाएंगे। एलजी ने बताया कि नीदरलैंड सरकार ने भी इस पहल की सराहना की है और इससे भारत और नीदरलैंड्स के बीच दोस्ती और मजबूत होगी।

नीदरलैंड की राजदूत ने की सराहना

नीदरलैंड की राजदूत मरीसा गेरार्ड्स ने ट्यूलिप फेस्टिवल को विश्व स्तरीय आयोजन बताते हुए कहा कि ट्यूलिप फेस्टिवल दुनिया के बेहतरीन त्योहारों में से एक है। मैं NDMC को पूरा श्रेय देना चाहती हूं कि उन्होंने यह अनोखा विचार पेश किया और दिल्ली में ट्यूलिप लगाना शुरू किया। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल दिल्ली को हरा भरा बनाएगी बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता को भी बढ़ावा देगी।  

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एनडीएमसी और डीडीए की अहम भूमिका

इस आयोजन में NDMC के चेयरमैन केशव चंद्रा और वाइस चेयरमैन कुलजीत सिंह चहल भी शामिल हुए। उन्होंने बताया कि यह पहल राजधानी की सुंदरता को बढ़ाने के साथ-साथ हरियाली को भी बढ़ावा देगी। उन्होंने बताया कि NDMC ने 3.25 लाख ट्यूलिप विदेशों से मंगवाए। DDA ने 20 पार्कों में ट्यूलिप फूल लगाए और शांति पथ पर 15,000 स्वदेशी ट्यूलिप लगाए गए।

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दिल्ली में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

ट्यूलिप फेस्टिवल से न केवल दिल्ली की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले सालों में यह फेस्टिवल दिल्ली के प्रमुख पर्यटन आयोजनों में से एक बन जाएगा। एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि दिल्ली में इस तरह के आयोजन न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि शहर को एक नई पहचान भी देंगे।