Kangana slap Case: चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बीजेपी सांसद कंगना रनौत को थप्पड़ की गूंज विदेशों तक पहुंच चुकी है। एक पक्ष जहां कंगना रनौत के समर्थन में प्रतिक्रियाएं दे रहा है, वहीं दूसरा पक्ष कुलविंदर कौर के साथ है। यही नहीं, किसानों से इतर आतंकी भी कुलविंदर कौर का समर्थन कर रहे हैं। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने तो कुलविंदर कौर को 8 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में बहस शुरू हो चुकी है कि यह थप्पड़ कांड कुलविंदर कौर के गुस्से की वजह से हुआ या फिर सोजी समझी साजिश थी। सबसे पहले बताते हैं कि आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने क्या कहा...

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर CISF कांस्टेबल कुलविंदर कौर की तारीफ की। उसने कहा कि कंगना को थप्पड़ मारने के लिए उसे 10 हजार डॉलर (8 लाख रुपये) इनाम दूंगा। इसके बाद उसने पीएम मोदी के खिलाफ भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। यही नहीं गुरपतवंत सिंह पन्नू के अलावा कई ऐसी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, जिसमें कंगना रनौत के थप्पड़ को जस्टिफाई किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसी प्रतिक्रियाओं की भरमार है।

किसान नेताओं ने थप्पड़ कांड पर उठाए सवाल
कुलविंदर कौर को किसान संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने थप्पड़ कांड पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। कुलविंदर कौर की कंगना रनौत से केवल बहस हुई थी। उन्होंने कहा कि अगर किसानों की मांग पर ध्यान दिया होता, तो ऐसी स्थिति नहीं बनती। उन्होंने यह भी कहा कि कुलविंदर के खिलाफ जिस तरह की कार्रवाई हुई है, सस्पेंड किया गया, ऐसा नहीं होना चाहिए।

उधर, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने तो यहां तक कह दिया कि कंगना रनौत का डोप टेस्ट होना चाहिए ताकि इस कथित थप्पड़ कांड की सच्चाई सामने आ सके। ऐसी ही मिलीजुली प्रतिक्रियाएं अन्य किसान नेताओं की तरफ से आ रही है।

थप्पड़ कांड सोची समझी साजिश के तहत हुआ
मीडिया रिपोर्ट्स में पूर्व मेजर गौरव आर्या के हवाले से कहा गया है कि कुलविंदर कौर को सस्पेंड किया गया है और उसके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि कुलविंदर कौर ने यह हमला गुस्से में नहीं बल्कि सोची समझी साजिश के तहत किया गया है। उन्होंने किसानों के समर्थन में थप्पड़ मारने वाली बात को बकवास करार दिया है।

कंगना ने भी खालिस्तानी आतंकवाद की तरफ किया इशारा
मंडी लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने इस घटनाक्रम के पीछे खालिस्तानी आतंकवाद की तरफ इशारा किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों किया तो उन्होंने नजरें फेर ली। उन्होंने कहा कि किसान कानून निरस्त कर दिए गए हैं, जिससे किसी का सरोकार नहीं है। उन्होंने आगे लिखा कि खालिस्तान में शामिल होने का उनका तरीका था, जो पंजाब में प्रमुख राजनीतिक सीटें जीत रहा है।

ये भी पढ़ें: शंभू बॉर्डर पर कुलविंदर कौर की हो रही जयकार, गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा

क्या है इसके पीछे के मायने
कंगना का समर्थन करने वाले बुद्धिजीवियों का कहना है कि छह जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी मनाई जा रही थी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले बेअंत सिंह के पुत्र सरबजीत सिंह ने संगरूर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। यही नहीं, खालिस्तान का समर्थन करने वाले अमृतपाल सिंह ने खडूर साहिब से चुनाव जीता। वह असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।

बुद्धिजीवियों का कहना है कि जिस तरह से ये उम्मीदवार जीते हैं, उससे कुलविंदर कौर के भी पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना मुश्किल नहीं है। ऐसे में इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि राजनीतिक लाभ लेने के लिए ऐसी हरकत नहीं होनी चाहिए। ऐसा नहीं हुआ, तो आने वाले समय में राजनीतिक या किसी एजेंडे में लाभ हासिल करने के लिए और भी बड़ा कृत्य हो सकता है।