Delhi Governmenmt Hospital: दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक बनाया जाएगा, जिसे तीन महीने में शुरू किया जा सकता है। इस ब्लॉक में 550 बिस्तर होंगे। इससे मरीजों को एम्स जैसी सुपरस्पेशियलिटी सुविधाएं मिलेंगी। इस सुविधा के चलते जून से RML अस्पताल में भी गंभीर बीमारियों का इलाज करना आसान हो जाएगा।
सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक शुरू होने से क्या होंगे फायदे
सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक के शुरू होने के बाद किडनी, न्यूरो सर्जरी और कैंसर जैसे गंभीर मामलों का इलाज हो सकेगा। गंभीर बीमारियों से जूझने वाले मरीजों को इलाज के लिए महीनों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वर्तमान समय में गंभीर बीमारियों का इलाज कराने के लिए मरीजों को लंबी वेटिंग लिस्ट का सामना करना पड़ता है। ऐसे में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में नया सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक खुलने से अस्पताल पर मरीजों की बढ़ती संख्या का दबाव कम होगा।
एम्स अस्पताल की तर्ज पर बनाया गया है RML का सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक
राम मनोहर लोहिया अस्पताल का ये सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक एम्स अस्पताल की तर्ज पर बनाया गया है। यहां पर कैंसर, न्यूरोलॉजी, किडनी और अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए हाई मेडिकल फेसिलिटीज मुहैया कराई जाएंगी। इसके अलावा, हृदयघात और स्ट्रोक के मरीजों के लिए इलाज की विशेष सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं। इस ब्लॉक में 500 बेड होंगे, इनमें से 43 बेड प्राइवेट वार्ड के लिए आरक्षित किए गए हैं।
सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक की शुरुआत में क्यों हुई देरी
बता दें कि इस ब्लॉक का निर्माण तो कई महीने पहले हो चुका था लेकिन जरूरी चिकित्सा उपकरणों, मशीनों और अन्य संसाधनों की आपूर्ति न होने के कारण इसकी शुरुआत नहीं हो सकी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग को मार्च 2024 तक सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक को शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन प्रशासनिक और लॉजिस्टिक कारणों की वजह से ये काम समय पर पूरा नहीं हो सका।
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