Arvind Kejriwal Janta ki Adalat:  दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की 'जनता की अदालत' लगाई। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें सीएम की कुर्सी की भूख नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने अन्ना आंदोलन को भी याद किया। 

दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने  'जनता की अदालत' को संबोधित करते हुए कहा कि आपके बीच आकर अच्छा लग रहा है। आज यहां जंतर-मंतर पर पुराने दिन याद आ गए है। मुझे आज भी तारीख याद है, 4 अप्रैल 2011 का दिन था। जब आजाद भारत का भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन अन्ना आंदोलन यहीं से ही शुरू हुआ था। 

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उस वक्त की सरकार हमें चैलेंज करती थी कि चुनाव लड़कर दिखाओ और जीतकर दिखाओ, चुनाव लड़ने के लिए पैसा, गुंडे, आदमी चाहिए थे और हमारे पास यह सब नहीं था..

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे पास न पैसा था न आदमी थे न गुंडे थे, हम चुनाव कैसे लड़ते, फिर हम चुनाव लड़ लिए और जनता ने हमें जीता दिया... देश में हमने 2013 में साबित कर दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़े भी जा सकते हैं और ईमानदारी से चुनाव जीते भी जा सकते हैं।" 

इस वजह से छोड़ी सीएम की कुर्सी 

आतिशी को सीएम बनाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें कुर्सी की भूख नहीं है। वह पैसे नहीं कमाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह देश राजनीति को बदलने आए थे। वह नेता नहीं है और न ही उनकी मोटी चमड़ी है। केजरीवाल ने कहा कि जब बीजेपी के लोग उन्हें चोर और भ्रष्टाचारी कहते हैं तो उन्हें इससे फर्क पड़ता है और दुख होता है।

विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे केजरीवाल 

 सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। जिसके चलते अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में 'जनता की अदालत' लगाएंगे और चुनाव प्रचार करेंगे। वहीं आप नेताओं के जेल जाने से आदमी पार्टी की छवि खराब हुई है। उसमें भी सुधार लाने के लिए भी पार्टी की ओर से रणनीति बनाई जा रही है। 

15 सितंबर को दिया था इस्तीफा 
बता दें कि केजरीवाल ने 15 सितंबर को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि  जब तक जनता की अदालत में उन्हें ईमानदार साबित नहीं किया, तब तक वह दिल्ली में सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। इसके चलते दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी को बनाया है। आतिशी ने शनिवार को सीएम पद की शपथ ली है। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला सीएम बनी हैं। उनसे पहले शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी थी।