Logo
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका में रहने वाले 60 साल के डॉक्टर को एक महिला का फोन आया। महिला ने अपने बीमार मां की देखभाल के लिए डॉक्टर की मदद मांगी। डॉक्टर तुरंत उसके घर पहुंचे। जानिए कैसे डॉक्टर हनी ट्रैप के शिकार हो गए।

दिल्ली पुलिस ने सालों से सक्रिय हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश कर एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस गैंग ने शहरवासियों के भरोसे को तोड़ते हुए, कई लोगों को अपना शिकार बनाया था। असल में दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो पिछले कई सालों से महिलाओं का इस्तेमाल कर लोगों को 'हनी ट्रैप' में फंसाकर उन्हें लूट रहा था। इस गैंग में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

डॉक्टर से 9 लाख की ठगी, महिला ने बुलाकर रची साजिश

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो 'हनी ट्रैप' के जरिए लोगों को फंसाकर उनसे मोटी रकम वसूलता था। दिसंबर 24 को पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। अगस्त में, द्वारका के एक 60 साल के डॉक्टर को एक महिला ने अपनी 'बीमार मां' के इलाज के बहाने घर बुलाया। डॉक्टर को वहां स्नैक्स दिए गए और फिर महिला ने उन्हें फंसाने की कोशिश की। उसी वक्त, नकली पुलिसकर्मी कमरे में घुसे और डॉक्टर को गिरफ्तार करने की धमकी देकर 9 लाख रुपये ऐंठ लिए।  

रोज का खेल: महिला बनाती थी शिकार, पुरुष बनते थे नकली पुलिस

पुलिस के अनुसार, गिरोह का तरीका तय था। महिलाएं शिकार को फंसाती थीं और जैसे ही वे झांसे में आते, पुरुष नकली पुलिसकर्मी बनकर धमकाने लगते थे। पहला मामला 2019 में आया था सामने जब रोहिणी में एक व्यक्ति से 50,000 रुपये वसूला गया था। आरोपियों ने उस व्यक्ति को झांसे में लेकर 8,000 रुपये ऐंठे थे।  

ये भी पढ़ें: अश्लील वीडियो और डेटिंग ऐप के जाल में फंसे 25 लोग, नोएडा में 30 लाख की ठगी करने वाला हनी ट्रैप गिरोह गिरफ्तार

गिरफ्तारी और गिरोह का भंडाफोड़

क्राइम ब्रांच को 24 दिसंबर को सूचना मिली कि तीन आरोपी बुद्ध विहार नाले के पास एक कार में मौजूद हैं। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने नकली पुलिस आईडी और हेड कांस्टेबल की वर्दी दिखाई। जब शक हुआ, तो उन्हें क्राइम ब्रांच कार्यालय चलने को कहा। रास्ते में तीनों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पकड़ लिए गए।  

ये भी पढ़ें: हनी ट्रैप मामले में आरोपी महिला जया के घर पुलिस का छापा, कार की गई जप्त

पुराने अपराधी, कई वारदातें

पुलिस के अनुसार, 42 साल का मुख्य आरोपी नीराज त्यागी, आशीष माथुर (31) और दीपक उर्फ साजन (30) पहले भी कई मामलों में शामिल थें। गिरोह ने 10-12 वारदातों को अंजाम दिया है, लेकिन अब तक केवल दो केस दर्ज हुए हैं। इसी के साथ ही क्राइम ब्रांच के मुताबिक, गिरोह के अन्य सदस्यों और उनसे जुड़े मामलों की जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।  

5379487