Delhi Jal Board Corruption Allegations: दिल्ली में पानी की समस्या अब केवल गर्मी के मौसम तक सीमित नहीं है। सर्दियों में भी राजधानी के कई इलाकों में पानी की किल्लत हो रही है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के गंभीर आरोप लगाए हैं। भ्रष्टाचार और बढ़े हुए बिलों पर विपक्ष का निशाना साधा है।
बीजेपी का आरोप: पानी जहरीला, बिल हजारों में
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार के शासन में या तो नल से पानी नहीं आता, और अगर आता है तो काला और जहरीला होता है। इसके बावजूद लोगों को हजारों और लाखों रुपये के बिल थमा दिए जाते हैं। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड को मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट (MCC) लागू होने से पहले बिल माफ करने के बजाय गलतियों को सुधारना चाहिए।
कांग्रेस का आरोप: मुफ्त पानी के दावों की पोल खुली
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने दावा किया कि दिल्ली जल बोर्ड में भ्रष्टाचार के कारण ही लोगों को बढ़े हुए पानी के बिल मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने 20,000 लीटर मुफ्त पानी का वादा किया और 12 लाख परिवारों को शून्य बिल देने की बात कही। लेकिन सच्चाई यह है कि न मुफ्त पानी मिल रहा है और न ही इन परिवारों को वास्तव में शून्य बिल मिल रहे हैं। अधिकांश कॉलोनियों में पानी की आपूर्ति ही नहीं हो रही है।
ये भी पढ़ेंँ: 'राघव चड्ढा और संजय सिंह चुनाव आयोग पर दबाव बना रहे', वीरेंद्र सचदेवा बोले- यह बर्दाश्त नहीं होगा
जलभराव और टैंकर माफिया का मुद्दा उठाया
यादव ने आरोप लगाया कि सरकार ने नालों की सफाई की अनदेखी की है और टैंकर माफिया को बढ़ावा दिया है, जिससे दिल्ली जल बोर्ड पर 73,000 करोड़ का कर्ज हो गया है। उन्होंने कहा कि वास्तव में कॉलोनियों में केवल मॉनसून के दौरान ही पानी की भरपूर आपूर्ति होती है, जब घर और सड़कें पानी में डूब जाती हैं। इन सबके बीच सरकार के खिलाफ विपक्ष ने संयुक्त हमला बोल दिया है। भ्रष्टाचार और पानी की समस्याओं को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने एकजुट होकर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड की कुप्रबंधन और वित्तीय स्थिति को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
ये भी पढ़ेंँ: दिल्ली में बदमाशों ने पहले छात्र से लूटा फोन फिर बोले- 5 हजार दो वापस दे देंगे