Delhi: दिल्ली के मयूर विहार फेज-2 के एक युवक को लिंक्डइन पर दोस्ती करना महंगा पड़ गया। जानकारी के अनुसार, युवक लिंक्डइन पर कनाडा की सर्जन के साथ कनेक्ट हुआ। लिंक्डइन पर ही दोनों के बीच बातचीत होनी शुरू हो गई। काफी बातचीत के बाद दोनों ने एक दूसरे के नंबर ले लिए। इसके बाद वॉट्सऐप पर कॉल और मैसेज पर बातचीत होने लगी। वहीं, युवती ने अपने आप को कनाडा में सर्जन बताया।
कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर की ठगी
इस बीच युवती ने युवक को कहा कि वह भारत घूमने के लिए आ रही है। इसके लिए सर्जन ने उससे मदद करने को कहा। इसके बाद युवक के पास कथित एयरपोर्ट अथॉरिटी से कॉल आया। जिस पर सर्जन के फंसे होने की सूचना दी और कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर हजारों रुपये की मांग की गई। एक बार युवक ने 75 हजार दे दिए, फिर अगले दिन और पैसों की मांग की गई। इसके बाद युवक को ठगी का अहसास हुआ। युवक ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज कराई। जिस पर अब ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की साइबर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।
लिंक्डइन पर हुआ कनेक्शन
युवक ने अपनी शिकायत में बताया कि वह दिल्ली के मयूर विहार फेज-2 में रहता है। 7 नवंबर, 2023 को लिंक्डइन पर उसका कनेक्शन जे पेज नाम की एक युवती के साथ हुआ था। युवती ने खुद को कनाडा में सर्जन बताया। इसके बाद बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। इस दौरान दोनों के नंबर एक्सचेंज हुए। फिर वॉट्सऐप पर चैट के अलावा कॉल्स पर भी बातचीत हुई।
22 नवंबर को पेज ने युवक से भारत आने पर मदद देने के लिए कहा। इसके बाद 24 नवंबर को युवक के पास अनजान नंबर से कॉल आई। ट्रू कॉलर पर एयरपोर्ट अथॉरिटी लिखा हुआ आया। युवक को कॉल पर बताया गया कि पेज कस्टम में फंस गई हैं। क्लीयरेंस के लिए 75 हजार रुपये का डीडी देना होगा। इसके बाद युवक ने पैसे कॉल पर बताए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।