Delhi Crime News: राजधानी दिल्ली में एक पूर्व सांसद के बैंक अकाउंट से 35 लाख से ज्यादा की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि नेता के दो अटेंडेंट ने उनके बैंक अकाउंट्स में फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपए निकाल लिए। फिलहाल, पीड़ित की शिकायत पर नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट की साइबर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, 79 वर्षीय बुजुर्ग बिहार से पूर्व सांसद के अलावा लंबे समय तक विधायक भी रह चुके हैं। उन्होंने शादी नहीं की थी। पूर्व सांसद की पहले बाईपास सर्जरी भी हो चुकी है और उनकी तबियत ठीक नहीं रहती है। जिसके चलते अटेंडेंट ही उनकी देखभाल करते है और उनका पूरा कामकाज संभालते है। अभी उनके पास तीन अटेंडेंट हैं। इनमें दो पिता और बेटा है। बेटा नेता के बैंक अकाउंट्स का ऑनलाइन काम देखता है। जिसे पुलिस ने पहला आरोपी बनाया है। वहीं उसके पिता केयर टेकर है। दूसरा आरोपी मैनुअल काम देखता है।
पुलिस ने जो एफआईआर की है, उसकी मानें तो 18 फरवरी 2023 को पीड़ित के फोन नंबर पर एक SMS आया था। उनके एसबीआई पार्लियामेंट एनेक्सी अकाउंट से पेटीएम के जरिए 18,396 रुपये निकाले गए थे। जबकि पीड़ित ने कभी भी कोई पेटीएम अकाउंट ही नहीं बनाया था और न ही कभी पेटीएम इस्तेमाल किया था। जब पीड़ित ने मैसेज देखा तो उन्होंने पहले आरोपी को फोन किया। जो बैंक अकाउंट का काम संभालता था। इस पर आरोपी लेनदेन की जानकारी होने की बात से इनकार कर दिया।
इसके बाद 7 मार्च 2023 को पीड़ित अपने रिश्तेदार के साथ दिल्ली आए। बैंक से उन्हें पता चला कि पेटीएम अकाउंट को केवल सरकारी केवाईसी प्रक्रिया के माध्यम से लिंक किया जा सकता है, इसलिए यह केवल अकाउंट होल्डर या अकाउंट को संभालने वाला ही कर सकता है। पीड़ित ने शिकायत करने की बात कही। इस बीच 21 मार्च को आरोपी ने पीड़ित के रिश्तेदार से संपर्क किया और ये बात जुर्म कबूल किया। उसने कहा कि पेटीएम खाते को अपने बैंक अकाउंट से लिंक किया था। 1.25 लाख रुपये निकालने की बात सामने आई। इसके बाद आरोपी घबरा गया और कहा कि शिकायत न करें, जल्द ही वह सारे रुपये वापस कर देगा। मगर कुछ दिन बाद सारी चैट डिलीट कर दी।
दोनों आरोपियों ने मिलकर पूर्व सांसद से ठगे 35 लाख से भी ज्यादा
इसके बाद पूर्व सांसद के रिश्तेदार को आरोपी पर संदेह और बढ़ गया। उसने बाकी अकाउंटेस की डिटेल्स चेक की तो उसके होश उड़ गए। आरोप है कि अलग-अलग बैंक अकाउंट से करीब 35,10,717 रुपये निकाले गए थे। वहीं दूसरा आरोपी कैश लाने में हेरफेरी करता था। जब भी पूर्व सांसद कैश निकलवाते थे, तो वह ज्यादा कैश निकालकर लाता था। जैसे पीड़ित ने 50 हजार निकलवाए, तो वह 70 हजार लाता था। पीड़ित को 50 हजार ही देता था। दोनों मिलकर पूर्व सांसद को लूटते रहे और किसी को इस बात की भनक तक नहीं लगी। साइबर पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है।