Rekha Gupta Cabinet: दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की कैबिनेट का गठन हो गया है। कैबिनेट मंत्रालय में प्रवेश वर्मा, पंकज सिंह, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा और रविंद्र इंद्रराज को जगह मिली। भाजपा ने सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट मंत्रियों का चलयन किया है। एक अल्पसंख्यक सिख को कैबिनेट में जगह मिली लेकिन दिल्ली कैबिनेट में किसी भी मुस्लिम चेहरे को जगह नहीं मिली। हालांकि आप से भाजपा में आए कैलाश गहलोत भी मंत्री पद से इस्तीफा देकर आए थे और उन्हें भी कैबिनेट मंत्रालय में जगह नहीं मिली। हालांकि आम आदमी पार्टी सरकार और कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार में मुस्लिम चेहरे को मंत्री पद के लिए चुना गया था।

भाजपा ने मुस्लिम उम्मीदवार को नहीं दी थी टिकट

हालांकि दिल्ली में 12 फीसदी मुस्लिम आबादी है लेकिन इसके बावजूद भी भाजपा ने किसी मुस्लिम को मंत्री पद क्यों नहीं दिया? बता दें कि चाहते हुए भी किसी मुस्लिम चेहरे को मंत्री पद नहीं दे सकती थी क्योंकि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय किसी भी मुस्लिम चेहरे को टिकट नहीं दिया था। वहीं पहली बार दिल्ली में 1993 से 1998 तक भाजपा सरकार बनने के समय भी कैबिनेट में किसी मुस्लिम व्यक्ति को कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया था।

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आम आदमी पार्टी में इमरान हुसैन रहे मंत्री

बता दें कि जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी, तब 28 दिसंबर 2013 से 14 फरवरी 2014 तक कोई भी मुस्लिम व्यक्ति कैबिनेट मंत्रालय में शामिल नहीं था। हालांकि इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने इमरान हुसैन को मंत्री पद दिया। इमरान हुसैन बल्लीमारान विधानसभा से विधायक रहे हैं और इस बार भी बल्लीमारान से ही चुनाव जीते हैं।  

कांग्रेस में हारून यूसुफ और परवेज हाशमी बने थे मंत्री

वहीं आप से पहले कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार में 15 सालों तक मुस्लिम चेहरे को तवज्जो मिली थी। कांग्रेस नेता हारून यूसुफ 2001 से 2013 तक मंत्री रहे और उससे पहले कांग्रेस के परवेज हाशमी 3 दिसंबर 1998 से 1 दिसंबर 2003 तक कैबिनेट मंत्री रहे थे।

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