राजधानी दिल्ली की नजफगढ़ सब्जी मंडी में अब सड़क के किनारे रेहड़ी-पटरी लगाने वालों के लिए एक नियम आया है। अब वेन्डर्स को अपने ठेलों पर अपना नाम और फोन नंबर लिखना होगा। यह कदम अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों को उस जगह पर सब्जी बेचने से रोकने के लिए उठाया गया है। इस योजना की सत्यापन प्रक्रिया 20 नवंबर तक पूरी हो जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, नजफगढ़ के स्थानीय पार्षद और मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि इस कदम को उठाने के पीछे की मंशा है कि यहां अवैध रूप से सब्जियां बेच रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को रोका जा सके। मंडी में विक्रेताओं को उनके ठेलों पर नेमप्लेट लगाने के लिए कहा गया है, जिस पर उनका नाम और फोन नंबर लिखने का निर्देश दिया गया है।
इसके लिए स्थानीय पार्षद के साथ मार्केट एसोसिएशन की एक बैठक भी हुई। बैठक में इस योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। बैठक के दौरान काफी समय से बांग्लादेश और म्यांमार से अवैध प्रवासियों द्वारा सब्जी बेचने की कई शिकायतें मिली थीं, जिसपर कार्रवाई करते हुए ये निर्णय लिया गया है।
क्या बोले भाजपा पार्षद अमित खरखरी
इस मामले पर स्थानीय भाजपा पार्षद अमित खरखरी का कहना है कि इस योजना के तहत किसी व्यक्ति या किसी विशेष समुदाय के लोगों को परेशान नहीं किया जाएगा और किसी के खिलाफ भेदभाव नहीं किया जाएगा। ये कदम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इस मामले में नजफगढ़ व्यापार मंडल के अध्यक्ष संतोष राजपूत का कहना है कि उन्होंने इलाके के सभी स्ट्रीट वेंडर्स से सत्यापन के लिए आधार कार्ड और जरूरी दस्तावेज जमा करने को कह दिया है और इस इलाके में लगभग 300 स्ट्रीट वेंडर्स हैं और 20 नवंबर तक सबकी सत्यापन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
समस्या होने पर शिकायत करा सकते हैं खरीदार
इस रिकॉर्ड को मार्केट एसोसिएशन बनाकर रखेगी। इस बात की जानकारी स्थानीय पुलिस के साथ-साथ दिल्ली नगर निगम को भी दी जाएगी। इस मामले में मार्केट एसोसिएशन का कहना है कि ठेले पर नेम प्लेट और फोन नंबर लगाने से सब्जी मंडी की व्यवस्था में सुधार होगा। अब अगर किसी खरीदार को किसी तरह की कोई समस्या होती है, तो वो लोग नाम और फोन नंबर के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इससे बाजारों में अवैध प्रवासियों की पहचान करने में मदद मिलेगी। एसोसिएशन इसका विवरण एमसीडी और पुलिस को भी भेजेगी।
नेम प्लेट नहीं, तो नहीं लगाने दिया जाएगा ठेला
जिनके ठेले पर नेम प्लेट नहीं होगी, उन लोगों को बाजार में ठेला नहीं लगाने दिया जाएगा। इस योजना को लागू करने के लिए काफी लोगों से बात करने के बाद लिया गया है। इसके लिए मार्केट एसोसिएशन के कार्यालय में बैठक हुई और इस दौरान एसोसिएशन और कुछ स्थानीय लोग भी मौजूद रहे और सर्वसहमति से ही यह फैसला लिया गया है।
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