Burnett Homeopathy: होम्योपैथी चिकित्सा के महत्व और इसकी उपयोगिता से अवगत कराने Burnett Homeopathy ने नई दिल्‍ली में कार्यक्रम आयोजित किया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस दिशा में बेहतरीन काम करने वाले अग्रदूतों को सम्मानित किया। उन्होंने होम्योपैथी को प्रभावी वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली के रूप में रेखांकित करते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। 

होम्योपैथी क्षेत्र की हस्तियों ने लिया हिस्सा 
इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल होम्योपैथी के क्षेत्र में हुई उपलब्धियों का सम्मान करना था, बल्कि इस चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्वास्थ्य व्यवस्था का एक प्रमुख हिस्सा बनाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी रेखांकित करना था। कार्यक्रम में स्वास्थ्य और वेलनेस के क्षेत्र से जुड़ी कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।

होम्योपैथी के भविष्य पर चर्चा
Burnett Homeopathy के संस्थापक डॉ. नीतिश दुबे ने होम्योपैथी के भविष्य पर चर्चा करते हुए बताया कि उनका लक्ष्य होम्योपैथी को किफायती, शोध-आधारित और रोगी-केंद्रित समाधान के रूप में स्थापित करना है। डॉ. दुबे ने होम्योपैथी के प्रति जागरूकता, अनुसंधान और नवाचार पर भी प्रकाश डाला।

होम्योपैथी सम्मेलन में अग्रदूतों का सम्मानित करते केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ललन सिंह व अन्य। 

होम्योपैथी शिखर सम्मेलन की घोषणा
कार्यक्रम में विश्व होम्योपैथी शिखर सम्मेलन की घोषणा भी की गई। यह कार्यक्रम जून 2025 में दुबई के बुर्ज अलअरब में होगा। Burnett Homeopathy इससे पहले दुबई के JW Marriott Marquis जैसे प्रतिष्ठित स्थलों पर भी ऐसे कार्यक्रम कर चुका है। जो कि एक्सपर्ट, शोधकर्ताओं और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों के विचार-विमर्श और सहयोग का बड़ा मंच है। 

शोधपत्र में होम्योपैथी की प्रासंगिकता
विश्व होम्योपैथी दिवस उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए डॉ. दुबे ने लिखित शोध पत्र Homeopathy Day: Dr. Nitish Dubey Explains the Importance of Homeopathy in the Modern Era पर चर्चा की। इसमें समकालीन स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में होम्योपैथी की भूमिका और इसकी बढ़ती प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया है।