Nizamuddin Dargah Committee News: दिल्ली में उप राज्यपाल के निर्देश के बाद बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज हो गया है। दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन दरगाह और आसपास के इलाकों में अभियान चलाकर संदिग्ध अवैध प्रवासियों की जांच की। इस अभियान को दरगाह कमेटी का भी समर्थन मिला है, जिन्होंने इसे लगातार जारी रखने की मांग की है।  

दरगाह कमेटी ने दिया समर्थन

निजामुद्दीन दरगाह कमेटी के अध्यक्ष फरीद अहमद ने कहा कि हम सरकार के इस कदम का समर्थन करते हैं। अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इस तरह के अभियान सुरक्षा के लिए जरूरी हैं और इन्हें लगातार जारी रहना चाहिए। उन्होंने दिल्ली के उप राज्यपाल से मुलाकात की अफवाहों को भी खारिज किया और बताया कि आप पार्टी के प्रतिनिधि ही राज्यपाल से मिले थे।  

सघन जांच और हिरासत की मांग

दिल्ली पुलिस ने दरगाह में आने वाले सभी लोगों के पहचान पत्रों और आधार कार्ड की गहन जांच की। उनकी डिटेल्स का बैकग्राउंड चेक किया गया। पुलिस ने इस दौरान निजामुद्दीन इलाके से दो संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। इन संदिग्धों को डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया है, जहां उनके दस्तावेजों की जांच फ्रॉड डिटेक्शन और रिफ्यूजी रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) की टीम करेगी।  

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उप राज्यपाल के आदेश के बाद तेज हुई कार्रवाई
  
दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें दो महीने के भीतर देश से बाहर किया जाए। इसके तहत सर्च ऑपरेशन तेज कर दिए गए हैं। यह अभियान राजधानी की सुरक्षा और अवैध प्रवासियों की पहचान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। दरगाह कमेटी और स्थानीय प्रशासन ने इस कार्रवाई को सुरक्षा के लिहाज से अहम बताया है।  

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अभियान सीमित नहीं रहेगा निजामुद्दीन तक 

दिल्ली पुलिस के अनुसार, यह अभियान सिर्फ निजामुद्दीन तक सीमित नहीं रहेगा। अन्य इलाकों में भी अवैध घुसपैठियों की तलाश की जा रही है। सभी संदिग्धों के दस्तावेजों की गहन जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई से जहां स्थानीय निवासियों में संतोष है, वहीं दिल्ली में अवैध प्रवासियों पर सख्ती के संकेत स्पष्ट हो गए हैं।