AAP MP Raghav Chadha on New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने इस हादसे को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा है कि अगर पहले ही उचित कदम उठाए गए होते, तो इस त्रासदी को रोका जा सकता था।  

रेलवे प्रशासन की लापरवाही आई सामने

इस हादसे में रेलवे प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। जब ट्रेन के आने का समय नजदीक आया, तो श्रद्धालु एक साथ प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ने लगे और इसी दौरान भगदड़ मच गई।  

इस हादसे को लेकर आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मैंने 11 फरवरी को संसद में इस मुद्दे को उठाया था और रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के बेहतर उपायों की मांग की थी, लेकिन सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसका नतीजा यह भयावह हादसा है, जिसमें मासूम लोगों की जान चली गई।

कुंभ मेले के कारण उमड़ी थी भारी भीड़

यह भगदड़ ऐसे समय में हुई, जब प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है। देशभर से करोड़ों श्रद्धालु वहां पहुंच रहे हैं, जिससे रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। महाकुंभ में जाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन रेलवे स्टेशन पर भीड़ को संभालने के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। इससे पहले भी महाकुंभ और अर्धकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशनों पर इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।  

मृतकों में बिहार, दिल्ली और हरियाणा के लोग शामिल

इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चे शामिल हैं। मृतकों में 9 लोग बिहार के, 8 दिल्ली के और 1 हरियाणा का निवासी था। इसके अलावा, दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। 
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सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान

सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये और सामान्य घायलों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस हादसे पर दुख जताया है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है।  

जांच के आदेश, जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई?

रेल मंत्री ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों की एक टीम को मौके पर भेजा गया है, जो घटना के कारणों का पता लगाएगी। सवाल यह उठ रहा है कि क्या भीड़ नियंत्रण के लिए समय पर कदम न उठाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई होगी या यह हादसा भी सिर्फ जांच तक ही सीमित रह जाएगा?

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