25 Jul 2024
देश की आजादी में चरखे का अहम योगदान रहा। गांधीजी ने चरखा चलाते हुए अंग्रेजों को कई बार धूल चटाई थी।
अगर आप विश्व का सबसे बड़ा चरखा देखना चाहते हैं, तो आपको दिल्ली के कनॉट प्लेस जाना होगा।
यहां चरखा म्यूजियम है, जहां आप 26 फुट लंबा और 13 फीट ऊंचा चरखा सकते हैं। इसका वजन 5 टन है।
इस विशाल चरखे पर मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। यह जंग प्रतिरोधी और गैर-चुंबकीय भी है।
इस चरखे के साथ सेल्फी और रील्स बना सकते हैं। म्यूजियम में गांधीजी और उनके चरखे के बारे में ढेरों जानकारी मिलेंगी।
चरखे के पास बापू जी के तीन बंदर भी देखने को मिल जाएंगे। साथ ही, गांधी जी की शिक्षाओं से भी रूबरू हो सकते हैं।
इस म्यूजियम का उद्घाटन 21 मई 2017 को तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने किया था।
राष्ट्रीय चरखा संग्रहालय कनॉट प्लेस में पालिका बाजार के ऊपर पहले से बने उद्यान पर निर्मित किया गया है।
प्रवेश करने की टिकट 20 रुपये है। टिकट लेने वालों को एक खादी का रुमाल उपहार स्वरूप दिया जाता है।
यह म्यूजियम सभी सातों दिन सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है। निकटतम मेट्रो स्टेशन राजीव चौक है।