अंबाला: हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस देश को वापिस लेकर जाना चाहती है और हम देश को आगे लेकर जाना चाहते हैं। ये कांग्रेस की सोच और हमारी सोच में अंतर है। मंत्री अनिल विज ने हस्तक्षेप करते हुए अंबाला के जीटी रोड पर स्थित एक प्राइवेट फैक्टरी के श्रमिकों को उनका बोनस तथा ओवरटाइम दिलवाकर एक प्रकार से दीपावली का उपहार देने का कार्य किया। विज मीडिया कर्मियों द्वारा कांग्रेस की सभी शिकायतों को चुनाव आयोग द्वारा खारिज करने के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।

चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायतों का दिया जवाब

ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा कि झूठ की बुनियाद पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग में अपनी दरखास्त दी थी। कांग्रेस का चरित्र भी है कि जब ये चुनाव हारते हैं, तब ईवीएम को दोष देते हैं। जब जीतते हैं तब इनको ईवीएम याद नहीं आती। अब हरियाणा में भी ये जिन सीटों से हारे हैं, वहां कह रहे हैं ईवीएम खराब हैं और ये जहां से जीते हैं वहां क्यों नहीं कहते कि ईवीएम खराब है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जहां से कांग्रेसी जीते हैं वहां रिजाईन दो और दोबारा चुनाव लड़ लो। इसलिए चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायतों का एक-एक कर जवाब दे दिया है।

कांग्रेस ऊपर से लेकर नीचे तक मूर्खों की टीम

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी के 99 प्रतिशत ईवीएम मशीन चार्ज होने के बारे दिए गए ब्यान पर अनिल विज ने कहा कि वो अपनी इंजीनियरिंग बता रहे हैं, हो सकता है कि वो अपने राज, कार्यकाल में खोल-खोलकर देखते होंगे। मशीनें देने का एक तरीका है, जब चुनाव आयोग मशीनें जारी करता हैं तब सारी पार्टियों के प्रतिनिधियों को बुलाया जाता है और उनको दिखाया जाता है। पोलिंग स्टेशन पर जब मशीनें शुरू की जाती हैं, तब पोलिंग एजेंटों को मशीनें चलाकर दिखाई जाती हैं, जिसमें वोटें भी डालकर दिखाई जाती हैं। ये तब भी ऐतराज कर सकते हैं। इसका मतलब है कि कांग्रेस ऊपर से लेकर नीचे तक मूर्खों की टीम हैं।

अनिल विज के हस्तक्षेप से श्रमिकों को मिला बोनस

हरियाणा के श्रम मंत्री अनिल विज से अंबाला की एक प्राईवेट फैक्टरी के लगभग 400 से अधिक श्रमिक अपनी मांगों को लेकर मिलें। श्रम मंत्री को बताया कि काफी समय से ओवरटाइम व बोनस फैक्टरी प्रबंधन ने उनका रोका हुआ है। श्रम मंत्री के हस्तक्षेप से सभी श्रमिकों को उनका बोनस और ओवरटाइम प्रदान करने की कवायद आरंभ हो गई। जैसे ही यह फैसला हुआ, उपस्थित सभी श्रमिकों में खुशी देखने को मिली।