अंबाला: शंभू बॉर्डर पर 300 दिन से डटे किसानों ने अब 14 दिसंबर को दिल्ली कूच का ऐलान किया है। दिल्ली कूच के लिए किसान चौथी बार प्रयास करेंगे। इससे पहले तीन बार किसान (Farmer) पुलिस के पुख्ता बंदोबस्तों को पार नहीं कर सके। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) शहीद भगत सिंह के प्रवक्ता तेजबीर सिंह पंजोखरा ने मंगलवार को शंभू बॉर्डर से एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि बुधवार को सबसे पहले देशभर के गुरुद्वारों में खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की जाएगी।
किसानों पर किया जा रहा जुल्म
वीडियो में तेजबीर सिंह ने हरियाणा पुलिस की तरफ से किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिए की बैरिकेडिंग दिखाते हुए कहा कि आज ह्यूमन राइट्स डे है, लेकिन शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों के साथ बर्बर जुल्म किया जा रहा है। यहां सरेआम मानवता का हनन किया जा रहा है। आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) के अच्छे स्वास्थ्य के लिए और किसान मजदूर मोर्चे की ओर से 11 दिसंबर के लिए पूरे देश में अरदास की जाएगी। 14 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच के लिए जाएगा। शांतिपूर्ण तरीके से किसान चौथी बार दिल्ली कूच का प्रयास करेंगे।
किसान संगठनों की मीटिंग में लिया निर्णय
शंभू बॉर्डर पर मंगलवार को किसान नेताओं की मीटिंग हुई, जिसमें 14 दिसंबर को पूरे जोश के साथ दिल्ली कूच का निर्णय लिया। किसान तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक केंद्र सरकार उनकी मंजूर मांगों पर विचार नहीं करती। पहले भी किसानों ने केंद्र सरकार को झुकने के लिए मजबूर किया था। अब भी ऐसा ही होगा, चाहे उन्हें कोई भी कुर्बानी देनी पड़े। यह बेहद अफसोस की बात है कि खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 16 दिन से आमरण अनशन (Hunger Strike) पर हैं। उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही है। इसके बावजूद केंद्र सरकार उनकी मांगों को लेकर बातचीत करने के लिए तैयार नहीं है।