Ratia Municipality: फतेहाबाद के रतिया नगरपालिका के पार्षदों ने प्रधान प्रीति खन्ना और उपप्रधान जोगेंद्र नंदा के खिलाफ बगावत कर दी है। 17 नगर पार्षदों में से 14 पार्षदों ने डीसी मनदीप कौर से मुलाकात की है। पार्षदों ने डीसी से अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक करने की मांग की है। पार्षदों ने प्रीति खन्ना और जोगेंद्र नंदा पर आरोप लगाया है कि दोनों ने अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं किया है। पार्षदों  का दावा है कि प्रधान और उपप्रधान विश्वास खो चुके हैं।

28 फरवरी को प्रीति खन्ना बीजेपी में हुई थी शामिल

जानकारी के मुताबिक, प्रीति खन्ना जब रतिया नगरपालिका की प्रधान बनी थीं, तब वह कांग्रेस पार्टी में थी। लेकिन बाद में  रतिया से कांग्रेस के विधायक जरनैल सिंह चुना गया था। उस वक्त प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। निकाय चुनाव के दौरान 28 फरवरी को जाखल में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की जनसभा हुई। उस दौरान प्रीति खन्ना और उनके पति महेश खन्ना भाजपा में शामिल हो गए थे।

इन पार्षदो ने की अविश्वास प्रस्ताव की मांग

प्रधान प्रीति खन्ना और उपप्रधान जोगेंद्र नंदा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए दिए लेटर पर पार्षद विजय कुमार, अजमेर चौहान, सुमन, नीरू बाला, सतपाल सिंह, हरबंस कौर, धीरज कुमार, रेखा रानी सहित 14 पार्षदों ने साइन किए हैं। पार्षदों का कहना है कि प्रधान प्रीति खन्ना और उपप्रधान जोगिंद्र नंदा, दोनों अपनी जिम्मेदारी निभाने में असमर्थ हैं। सभी पार्षदों ने दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग की है।

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सरकार ने रतिया के विकास के लिए दिए करोड़ों रुपए

पार्षदों का कहना है कि सरकार की तरफ से रतिया के विकास के लिए करोड़ों रुपए दिए गए थे। इसके बावजूद भी शहर का बेहतर तरीके से विकास नहीं हुआ है। यहां तक कि वार्डों में पार्षदों द्वारा बताए गए काम भी नहीं हुए हैं। इसे देखते हुए अविश्वास प्रस्ताव की मांग की गई है। पार्षदों को डीसी मनदीप कौर ने जल्द इस मामले में बैठक बुलाने का आश्वासन दिया है।

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