Assembly Election 2024, फतेहाबाद। टोहाना से प्रत्याशी देवेंद्र बबली चुनाव प्रचार के दौरान आज किसानों से माफी मांगकर अपना जाखल वाला विवाद सुलझा लिया है। आज किसानों के साथ हुई पंचायत में देवेंद्र बबली ने किसानों से माफी मांगी और किसानों पर दर्ज करवाए गए पर्चों को रद्द करवाने के लिए अपनी सहमति दे दी।

उधर किसान नेताओं का कहना है कि देवेंद्र बबली द्वारा किसानों को जो धक्के मारे गए और उन पर पर्चे रद्द करवाए गए, केवल उस मामले में उन्हें माफी दी गई है। उनका कोई समर्थन नहीं किया गया, बल्कि भाजपा का जो विरोध था, वो आगे भी जारी रहेगा।

किसानों की पीड़ा उनसे अच्छा कोई नहीं जान सकता

पंचायत के बाद देवेंद्र बबली ने कहा कि आज जो किसान संगठनों से बैठक हुई, उसमें कुछ मसले हल किए गए। मैं किसान का ही बेटा हूं और जो शब्द उनके किसानों को अच्छे नहीं लिए, वो वापस लेते हैं और माफी मांगते हैं। किसानों की पीड़ा उनसे अच्छा और कोई नहीं जान सकता। यह जता नहीं पाया कि वे उनके साथ हैं। सारे मुकदमे हैं, उनका रूटीन प्रोसेस के बाद वे खारिज हो जाएंगे।

उधर किसान नेता मनदीप नथवान ने बताया कि भाजपा किसान विरोधी है और उसे हराने को एड़ी चोटी का जोर लगाएंगे। देवेंद्र बबली ने 12 मार्च को जाखल में सवाल पूछ रहे किसानों को धक्के मारे और उन पर मुकदमे बनवाए, मामले में आज बबली ने पंचायत में माफी मांगी है, पंचायत में बड़े-बड़े मसले सुलझ जाते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि बबली को समर्थन होगा। किसान अपना विरोध जारी रखेंगे।

किसानों व बबली में हुई थी धक्का मुक्की

बता दें कि बीती 12 मार्च वही दिन था, जब भाजपा और जेजेपी का गठबंधन टूट गया था और बतौर पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली जाखल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाइव कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। यहां पहुंचने से पहले किसानों ने उनका घेराव कर उनसे किसान आंदोलन व बाढ़ मुआवजे संबंधी संबंधित सवाल पूछने जारी किए, तो वहां किसानों व बबली में धक्का मुक्की शुरू हो गई थी।

किसानों के नाम पर राजनीति

जिस समय बबली कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे, तो दूसरी तरफ उनकी मंत्री की कुर्सी जा रही थी। बबली के मंच के सामने भी किसान पहुंच गए थे और नारेबाजी की थी। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए बबली ने उस समय कहा था कि कुछ लोग किसानों के नाम पर राजनीति कर किसानी व किसानों को बदनाम कर रहे हैं, ऐसा न करें।

नारेबाजी कर किसानों को बदनाम न करें

उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों पर चार दिन पहले ही वे नारेबाजी करने वाले लोगों के साथ चांदपुरा रेस्ट हाऊस में मिले थे, उनकी मांगों पर गौर किया जा रहा है। दो चार भाई यहां नारेबाजी कर किसानों को बदनाम न करें। इस तरह की घटिया राजनीति कुछ लोग करते हैं, कमरे में कुछ और बाहर कुछ और करते हैं।