फतेहाबाद: रतिया व भट्टू पंचायत समितियों के चेयरमैनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 4 दिसंबर को मीटिंग होगी। लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में सुबह 11 बजे भट्टू पंचायत समिति और शाम 4 बजे रतिया पंचायत समिति के सदस्यों को अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग के लिए बुलाया गया है। मीटिंग में वोटिंग होगी, जिसके बाद पता चल पाएगा कि चेयरमैनों की कुर्सी बचती है या नहीं। फिलहाल दोनों जगहों चेयरमैनों की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। यदि संख्या बल नहीं जुटा पाए तो कुर्सी जा सकती है। ऐसे में सदस्यों को साथ जोड़ने के लिए खींचतान शुरू हो चुकी है।

भट्टू में आधे से अधिक सदस्य चेयरमैन के खिलाफ

भट्टू पंचायत समिति के आधे से ज्यादा सदस्यों ने 11 नवंबर को जिला उपायुक्त को ज्ञापन देकर चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास जताते हुए वोटिंग की मांग की थी। एडीसी की अध्यक्षता में 18 नवंबर की तारीख वोटिंग के लिए तय की गई थी लेकिन उस दिन एडीसी के छुट्टी पर होने के कारण वोटिंग नहीं हो पाई। भट्टू पंचायत समिति में 21 सदस्य है। अविश्वास प्रस्ताव पारित करवाने के लिए दो तिहाई यानि 14 सदस्यों की जरूरत है। 11 नवंबर को 16 सदस्यों ने उपायुक्त को हल्फिया बयान देकर चेयरपर्सन (Chairperson) के खिलाफ अविश्वास जताया। वाइस चेयरमैन बंसीलाल ने आरोप लगाया कि चेयरपर्सन अपनी मनमानी चला रही है। सदस्यों के मुद्दों और मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

रतिया में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार है चेयरमैन

रतिया पंचायत समिति के सदस्यों ने कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष केवल मेहता के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। समिति के 22 सदस्यों में से 17 सदस्यों ने 19 नवंबर को जिला उपायुक्त को लिखित में ज्ञापन देकर केवल मेहता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया। एडीसी ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 4 दिसम्बर को बैठक बुलाई। रतिया पंचायत समिति चेयरमैन केवल मेहता कांग्रेस के विधायक जरनैल सिंह के समर्थित उम्मीदवार हैं। वह पूर्व विधायक लक्ष्मण नापा (Laxman Napa) के सबसे खास व्यक्तियों में गिने जाते थे और भाजपा के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष भी थे। जब लक्ष्मण नापा टिकट न मिलने पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए तो केवल मेहता भी कांग्रेस के खेमे में चले गए थे।

भाजपा की पूर्व सांसद ने लगा रखा है जोर

रतिया विधानसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी रही पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष को हटाने के लिए सक्रिय है। सुनीता दुग्गल ने 22 सदस्यों में से 17 सदस्यों को अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए तैयार कर लिया है। इसके बाद 19 नवंबर को पंचायत समिति के कुल 22 में से 16 सदस्य डीसी से मिले और अविश्वास प्रस्ताव की तिथि घोषित करने की मांग की। चेयरमैन के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सदस्यों में बग्गा सिंह, पालो कौर, सुखदीप कौर, विकास कुमार, जसबीर कौर, सिमरनजीत कौर, आशा रानी, लखा राम, ऊषा रानी, अवतार सिंह, मनजीत सिंह, सुमनप्रीत कौर, सुनील कुमार, जयवीर सिंह, राजविंद्र कौर व नवीन शामिल हैं।