गुरुग्राम: साइबर क्राइम वेस्ट एरिया में इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर महिला को 11.25 लाख रुपए का चूना लगाया गया। पीड़ित महिला ने मामले में पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी। पुलिस मामले में साइबर ठगी (Cyber Fraud) करने वाले आरोपियों की तलाश कर रही है। साथ ही जिन नंबरों व खातों में पैसे जमा करवाए, उनकी डिटेल निकलवा रही है, ताकि आरोपियों को काबू किया जा सके।

इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट के नाम पर ठगा

पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-107 की सोसाइटी में रहने वाली रजनी पूनिया ने बताया कि अगस्त 2024 में आईपीओ और ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए खोले जाने वाले इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट के लिए नुवा-इंटल सिक्योरिटीज के प्रतिनिधि ने उससे संपर्क किया। आरोपी ने रजनी से आधार और पैन विवरण सहित व्यक्तिगत जानकारी ली। इसके बाद एक लिंक शेयर किया, जिसमें रजनी ने अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड का सत्यापन कराया व 24 अगस्त 2024 को नुवा-इंटल सिक्योरिटीज के साथ रजनी ने इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट खोल लिया।

9600 शेयर आवंटित करने की मिली सूचना

पीड़िता ने बताया कि दो दिन बाद 26 अगस्त को उसके पास सूचना आई कि उसे आरएएल कंपनी के 9600 शेयर आईपीओ सदस्यता के लिए आवंटित किए गए थे। जिसके लिए रजनी ने कुल तीन बार में 11.25 लाख रुपए की राशि जमा करा दी। इसके बाद रजनी को आईपीएचएल कंपनी के 39,600 अतिरिक्त शेयरों के आवंटन किए जाने की एक अधिसूचना मिली। जिसमें 40 लाख रुपए की अतिरिक्त सदस्यता की मांग की गई थी। रजनी के पास पैसे नहीं थे तो उसने सदस्यता रद्द करने का अनुरोध किया।

अकाउंट से नहीं निकली राशि

रजनी ने जब अपने अकाउंट से राशि निकालनी चाही तो उससे एसटीसीजी (शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन) के लिए एक लाख रुपए का भुगतान मांगा गया। रजनी ने आईपीओ बेचने से कोई पैसा नहीं कमाया। रजनी ने फंड निकालने के लिए ग्रुप के मालिक रमन वर्मा और उनके कथित प्रतिनिधि गीता गोपीनाथ से संपर्क किया। लेकिन उससे फंड की निकासी के लिए दो लाख रुपए और मांगे। रजनी ने यह सब देने से मना कर दिया। इसके बाद रजनी को अपने साथ साइबर फ्रॉड होने का अंदाजा हुआ। आरोपी ने रजनी को व्हॉट्सएप ग्रुप (Whatsapp Group) से हटा दिया और उसे ब्लॉक कर दिया। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।