नारनौंद/हिसार: नारनौंद बिजली घर के लेजर रूम की बिल्डिंग कंडम घोषित की हुई है। नई बिल्डिंग न बनने के कारण कर्मचारी उसी पुरानी बिल्डिंग के नीचे मौत के साए में काम करने के लिए मजबूर हैं। शुक्रवार को अचानक कमरे की छत गिर गई। कमरे में काम कर रहे पांच कर्मचारी इस हादसे में बाल-बाल बच गए। कर्मचारियों ने गुहार लगाई है कि उन्हें इस जगह से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए।
हादसे के समय काम कर रहे थे कर्मचारी
बिजली घर की बिल्डिंग कंडम घोषित होने के बाद भी कर्मचारी वहीं काम कर रहे हैं। पहले भी कर्मचारी हादसे में बाल-बाल बच चुके हैं। शुक्रवार को कर्मचारी एलडीसी बबीता, नरेश, विक्रम, धर्मवीर, सीए ऋषि कार्य कर रहे थे। अचानक उन्हें आभास हुआ कि कमरे की छत गिरने वाली है। सभी एकदम से कमरे के बाहर निकले, उसी समय कुछ उपभोक्ता भी अपना कार्य करवाने के लिए कमरे में मौजूद थे। तभी छत का लेंटर गिर गया। सभी को कमरे से बाहर सुरक्षित निकाला गया। इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई। छत गिरने के कारण कमरे में टेबल पर रखें कंप्यूटर सहित काफी सामान मलबे के नीचे दबने से क्षतिग्रस्त हो गया।
दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग
बिजली कर्मचारियों ने कहा कि रोजाना कंडम भवन में काम करते समय हादसा होने का डर लगा रहता है। कभी भी भवन गिरने से लोगों की जान आफत में आ सकती है। इसलिए उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। इस संबंध में बिजली निगम के एसडीओ संजय सिंगला ने बताया कि बिल्डिंग को कंडम घोषित किया हुआ है। उच्च अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी गई है। कर्मचारियों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसा हादसा दोबारा न हो।