हांसी/हिसार: निकटवर्ती गांव शेखपुरा में बुधवार रात को बेटी की शादी में अनोखी पहल देखने को मिली। बेटी का घोड़ी पर बनवारा निकाल बेटा-बेटी की समानता का संदेश दिया गया। इस अवसर परिवार की महिलाओं द्वारा मंगल गीत गाए व नाचते हुए गांव में बनवारा निकाला। घोड़ी पर युवती के फूफा डॉ. सुशील कुमार सांगवान ने अपने साले की बेटी का घोड़ी पर बनवारा निकालने के लिए प्रेरित किया और बाजार से घोड़ी व ढोल वाले को बुला कर परिवार के सदस्यों के साथ नाच गाकर बनवारा निकाला।
15 नवंबर को है बेटी की शादी
गांव शेखपुरा निवासी स्वर्गीय अशोक सिंधु की बेटी श्वेता सिंधु की 15 नवंबर को शादी है। लेकिन इससे पूर्व श्वेता सिंधु के फूफा ने शेखपुरा पहुंच बेटा-बेटी की समानता को चरितार्थ करते हुए स्वर्गीय साले अशोक सिंधु की बेटी की शादी में घोड़ी पर बनवारा निकाल उसकी शादी को यादगार बना दिया। इस परिवार की महिलाओं ने ढोल की थाप पर नाचते गाते हुए बनवारे में भाग लिया। वहीं ग्रामीणों ने बेटी के शादी में घोड़ी पर बनवारा निकालने की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के जमाने में बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं हैं बल्कि जो कार्य बेटे नहीं कर पाते, वह कार्य भी बेटियां करने में सक्षम है।
परिवार की विचारधारा ने दिया समाज को संदेश
दुल्हन बनने जा रही श्वेता सिंधु ने कहा कि उनका परिवार अलग विचारधारा का है और परिवार ने शुरू से ही उसकी लड़कों की तरह परवरिश की है। पढ़ाई समेत हर प्रकार की आजादी प्रदान की। गांव में पहली बार किसी लड़की की शादी में घोड़ी पर बनवारा निकाले जाने पर वह बहुत खुश है। श्वेता ने कहा कि उसके पिता का स्वर्गवास हो चुका है लेकिन उसके फूफा डॉ. सुशील सांगवान व चाचा सतबीर सिंथु ने पिता की कमी को पूरा करते हुए उसकी शादी को ऐतिहासिक बना दिया। बता दें कि श्वेता स्नातकोत्तर है और उसकी 15 नवंबर को दादरी से गांव शेखपुरा में बारात आएगी।