नारनौंद: वार्ड नम्बर 8 में एक व्यक्ति को आधी रात घर से बाहर बुलाकर करीब छह युवकों ने लाठी-डंडों व लोहे की रॉड से पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया। मारपीट में गंभीर से घायल युवक की पीजीआई रोहतक में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने छह अज्ञात युवकों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मृतक के शव का मंगलवार को पीजीआई रोहतक में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
घर के बाहर बुलाकर की हत्या
नारनौंद के वार्ड नम्बर 8 निवासी राजबीर ने बताया कि रविवार रात को सभी अपने घर पर सोए हुए थे तो रात करीब 2 बजकर 43 मिनट पर पिता राकेश की घर के बाहर से चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। वह कह रहे थे कि मुझे बचाओ-मुझे बचाओ। जब घर से बाहर आकर देखा तो पिता राकेश खून से लथपथ पड़े हुए थे। वह घर के बाहर आंगन में पड़े थे। पिता को खून से लथपथ देख वह अपनी पत्नी व पड़ोसी के साथ मिलकर पिता राकेश को इलाज के लिए नारनौंद के नागरिक अस्पताल में लेकर गए। जहां से डॉक्टरों ने उन्हें हिसार रेफर कर दिया। इसके बाद वह पिता को हिसार ले गए।
पीजीआई में उपचार के दौरान तोड़ा दम
राजबीर ने बताया कि पिता की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने अग्रोहा के मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। वहां पर भी उनका सही इलाज नहीं होने के चलते वह उन्हें पीजीआई रोहतक के ट्रामा सेंटर में लेकर गए। जहां पर इलाज के दौरान सोमवार को उनके पिता राकेश की मौत हो गई। पिता राकेश ने मरने से पहले बताया था कि 5-6 लड़कों ने आवाज देकर घर से बाहर बुलाया था। वो लड़के पिता को एक चौपाल में ले गए, जहां लाठी-डंडों व लोहे की रॉड से छाती, पैरों, हाथों, कमर, मुंह व ठोडी पर चोट मारी। फिर चौपाल से बाहर लाकर उसके ऊपर मोटरसाइकिल चढ़ाने की कोशिश की।
कुछ दिन पहले दी थी धमकी
राजबीर ने बताया कि करीब 4-5 दिन पहले गोबिन्दा बाल्मिकी के साथ 4-5 लड़के घर पर आए थे। उन्होंने धमकी दी कि गौरव को समझा लो, उसको हम नहीं छोड़ेंगे। करीब 3-4 महीने पहले कहा था कि राकेश को नारनौंद में नहीं रहने देंगे। पिता राकेश की मौत 5-6 अज्ञात युवकों द्वारा मारी गई चोटों के कारण हुई है। पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान पर हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस द्वारा मृतक राकेश के शव का मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।