हिसार: सदर थाना के गांव खरड़ निवासी युवक आनंद की हत्या के पांच दिन बाद भी शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। परिजन व अन्य ग्रामीण गांव के सरपंच की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं। परिजनों का कहना है कि जब तक सरपंच गिरफ्तार नहीं होगा, तब तक वे शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे। इसी बीच परिजनों व ग्रामीणों ने सोमवार को दूसरे दिन भी मय्यड़ गांव के पास हिसार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग जाम किया, जिसके कारण वाहनों को घंटों जाम का सामना करना पड़ा।
पुलिस को दिया अल्टीमेटम
मृतक युवक के परिजन व अन्य ग्रामीण दो दिनों से हिसार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर रहे हैं। रविवार को पुलिस अधिकारियों से बातचीत के बाद उन्होंने एक तरफ का रास्ता खोल दिया था जबकि देर रात दोनों तरफ का रास्ता खोलते हुए वहां से हट गए थे। इसके साथ उन्होंने सोमवार सुबह तक सरपंच की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया था। सरपंच की गिरफ्तारी न किए जाने से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को फिर से मय्यड़ गांव के पास हिसार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया, जो शाम तक जारी रहा। ग्रामीणों के जाम को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को रोड जाम न करने के लिए समझाते रहे, लेकिन वे नहीं माने। उनके जाम के चलते पांचवे दिन भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।
15 अगस्त को हुई थी हत्या
मामले के अनुसार खरड़ गांव निवासी लगभग 28 वर्षीय आनंद की 15 अगस्त को देर सांय तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके तीन साथी इस वारदात में घायल हो गए, जिनका इलाज चल रहा है। परिजनों ने अभी भी उसके शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया है। परिजन व कुछ ग्रामीण गांव के मौजूदा सरपंच रमेश सैनी को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े हैं। परिजनों ने कहा कि जब तक मौजूदा सरपंच को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक वे शव नहीं उठाएंगे।दूसरी तरफ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। ग्रामीणों के आरोपों को पुलिस दरकिनार नहीं कर रही लेकिन किसी पर भी केस दर्ज करने या गिरफ्तार करने के लिए पुख्ता सबूत होने चाहिए।
जाम से वाहन चालक हुए परेशान
ग्रामीणों द्वारा सुबह ही मय्यड़ गांव के पास जाम लगा दिए जाने से आने-जाने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। आम दिनों के अलावा रक्षाबंधन का त्योहार होने के कारण वाहनों का आवागमन ज्यादा रहा, लेकिन मय्यड़ गांव के पास जाम लगा होने से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी। आने जाने वालों को वैकल्पिक मांर्गों का सहारा लेना पड़ा, जिसके चलते इन मार्गों पर वाहनों की भीड़ बढ़ गई। सुबह सुबह कुछ क्षेत्रों में हुई हल्की बरसात ने इन वैकल्पिक मार्गों को और तंग कर दिया।
भाऊ गैंग ने ले रखी हत्या की जिम्मेदारी
बताया जा रहा है कि सोनीपत के खरखौदा में महीने भर पहले हुए एनकाउंटर का बदला लेने के लिए वीरवार रात को खरड़ अलीपुर गांव में ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई। खरखौदा में 18 जुलाई को हुए एनकाउंटर में भाऊ गैंग का मेंबर सन्नी खरड़ मारा गया था। सन्नी भी खरड़ अलीपुर गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि सन्नी के एनकाउंटर के बाद 18 जुलाई को खरड़ अलीपुर गांव के आनंद ने अपने साथियों संग मिलकर पटाखे फोड़कर खुशी मनाई थी। आनंद के साथ भाऊ गैंग का 36 का आंकड़ा है और सन्नी की मौत की खुशी मनाने की वजह से वह 18 जुलाई के बाद से ही भाऊ गैंग के निशाने पर था।