126 बच्चों पर भारी पड़ी सिस्टम की लापरवाही : हरियाणा में मंगलवार को सभी सरकारी स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाकर बच्चों का फूलों से स्वागत किया गया। वहीं, हिसार के हांसी के मोची मोहल्ला में सरकारी सिस्टम की लापरवाही की वजह से पहले दिन ही बच्चों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ीं। पांच कक्षाओं के 126 बच्चे सड़क पर बैठने को मजबूर हो गए। इन बच्चों की राजकीय प्राथमिक पाठशाला की बिल्डिंग सितम्बर 2022 में कंडम घोषित कर दी गई थी। प्रशासन ने प्रार्थना कर वैश्य विद्या प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में पास में ही चल रहे निजी स्कूल पीसीएसडी की बिल्डिंग में छह माह के लिए दो कमरे ले लिए थे। तब से इन्हीं दो कमरों में पांच कक्षाएं चल रही थीं। 

इस वजह से खाली करवा लिए सरकारी स्कूल से कमरे

पीसीएसडी स्कूल प्रशासन ने कहा कि उन्होंने 6 माह के लिए कमरे मुहैया करवाए थे, लेकिन अब तो ढाई साल से ज्यादा हो गए। इस दौरान उन्होंने कई बार प्रशासन से पत्राचार किया कि उनके कमरे खाली किए जाएं। उनके खुद के स्कूल में 400 बच्चे हैं। अब स्कूल प्रमोट होकर सीनियर सेकेंडरी हो गया है। स्कूल में शौचालय भी एक ही है। ऐसे में सरकारी स्कूल के बच्चों को अब वे आगे कमरे नहीं दे सकते। 

नायब तहसीलदार, बीईओ और पार्षद भी मौके पर पहुंचे
हांसी के निजी स्कूल में प्रबंधन से चर्चा करते अधिकारी।

स्कूल के पहले दिन ही जब निजी स्कूल वालों ने कमरे देने से मना कर दिया तो सरकारी स्कूल के स्टाफ ने बच्चों को सड़क पर ही बैठा दिया। इसकी सूचना पाकर परिजन मौके पर पहुंच गए। हंगामा होने पर नायब तहसीलदार, बीईओ और पार्षद रमेश सिसोदिया भी आ गए। निजी स्कूल की प्राचार्य ने कहा कि इस विषय में स्कूल मैनेजमेंट और प्रशासन मिलकर हल निकाले। 

विधानसभा में भी उठ चुका है मामला

सरकारी स्कूल की इंचार्ज शकुंतला ने बताया कि वे बड़ी मुश्किल से दो कमरों में 126 बच्चों को पढ़ा रहे थे। इन कमरों में ही ऑफिस और मिड डे मिल का भी काम करते थे। हमारा प्रवेश उत्सव समारोह ऐसा जाएगा, उन्हें उम्मीद नहीं थी। वहीं, यह मामला हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में भी उठ चुका है। हांसी के विधायक विनोद भ्याणा ने इस बारे में शिक्षामंत्री से मांग की। इस पर उन्हें जल्द काम शुरू करवाने का आश्वासन दिया गया। 

बुधवार को साफ होगी स्कूल की स्थिति

जिला शिक्षा अधिकारी जिले सिंह ने कहा कि पीसीसीडी स्कूल प्रबंधन से बात कर कुछ और समय की मांग की जाएगी ताकि बच्चों की पढ़ाई खराब न हो। स्कूल के निर्माण के लिए 59.83 लाख रुपये का आवंटन हो गया है। अभी राशि जारी नहीं होने के कारण ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया है। जल्द ही इस विषय में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाकर समाधान निकाला जाएगा। वहीं, एक दिन के लिए तो पीसीसीडी प्रबंधन ने बच्चों को बैठा लिया, लेकिन बुधवार को सही स्थिति का पता चलेगा। 

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