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हरियाणा के जींद में एक युवक को परिवार पहचान पत्र में मृत दिखाया गया। परिवार पहचान पत्र से नाम कटने पर उसकी मजदूरी की कॉपी कट गई। लगभग ढाई साल से युवक अपने जिंदा होने के प्रमाण पेश कर रहा है लेकिन ना तो लेबर विभाग और ना ही क्रीड विभाग उसका नाम परिवार पहचान पत्र में जोड़ रहा है।

जुलाना/जींद: जिला प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा निर्दोष जनता को भुगतना पड़ रहा है। परिवार पहचान पत्र की खामियां लोगों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। ऐसा ही एक मामला क्षेत्र के अकालगढ़ गांव में देखने को मिला, जहां एक युवक को परिवार पहचान पत्र में मृत दिखाया गया। प्रशासन की ऐसी लापरवाही युवक पर भारी पड़ रही है। परिवार पहचान पत्र से नाम कटने पर उसकी मजदूरी की कॉपी कट गई। लगभग ढाई साल से युवक अपने जिंदा होने के प्रमाण पेश कर रहा है लेकिन ना तो लेबर विभाग और ना ही क्रीड विभाग उसका नाम परिवार पहचान पत्र में जोड़ रहा है। ऐसे में युवक अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए कहां जाए।

मजदूरी करके पेट पालता है युवक

अकालगढ़ गांव निवासी मनजीत ने बताया कि वह मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता है। 3 जनवरी 2022 को उसकी माता शांति देवी का निधन हो गया था। गांव में मौजूद कॉमन सर्विस सेंटर से उसने अपनी मां का नाम परिवार पहचान पत्र से कटवाने का अनुरोध किया तो उसकी मां की जगह उसका ही नाम परिवार पहचान पत्र से काट दिया गया। जब उसने अपने बच्चे के फार्म भरे तो उसे पता चला कि उसकी कॉपी को काट दिया गया है। जब वह लेबर डिपार्टमेंट में गया तो उसे परिवार पहचान पत्र में नाम जोड़ने का हवाला देकर चलता किया गया।

एडीसी को कर चुके शिकायत, नहीं हो रहा समाधान

मनजीत ने बताया कि वह इस बारे में अतिरिक्त उपायुक्त को शिकायत दे चुके हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। परिवार पहचान पत्र में नाम जोड़ने के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रहा है लेकिन कोई भी समाधान नहीं कर रहा। समाधान के बारे में जब फोन पर जुलाना के एसडीएम अजय सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने नसीहत देनी शुरू कर दी कि ऑफिस आकर बात करें। वहीं, एसडीएम जुलाना अजय सिंह ने कहा कि अकालगढ़ गांव का युवक आया था, उसे परिवार पहचान पत्र वाले के पास भेज दिया था।

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