Jind Religious Place: हरियाणा अपनी कला और संस्कृति के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां का नृत्य, पहनावा और खानपान भी लोगों को काफी आकर्षित करता है। घूमने की दृष्टि से भी प्रदेश में बेहतरीन स्थल देखने को मिलते हैं। वहीं, हरियाणा के जींद जिले को प्रदेश की दिल भी कहा जाता है। यहां हर साल भारी संख्या में पर्यटक आते हैं और धार्मिक स्थलों के साथ अन्य स्थानों का लुत्फ उठाते हैं।
कैसे पड़ा जींद का नाम
जींद के लिए कहा जाता है कि पांडवों ने यहां पर पहले जयंती देवी (जीत की देवी) के सम्मान में मंदिर बनवाया था। तब से इस जिले का नाम जींद पड़ा। बता दें कि जींद अपने मंदिरों और पुरातत्व स्थलों के लिए भी मुख्य तौर पर जाना जाता है। इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं।
जींद का भूतेश्वर मंदिर
जींद का भूतेश्वर मंदिर काफी प्रसिद्ध है। इस मंदिर को जींद के राजा रघबीर सिंह ने बनवाया था। यह मंदिर महादेव को समर्पित है। मान्यता के अनुसार, जींद के राजा ने इस मंदिर में रानियों के स्नान करने के लिए एक तालाब बनवाया था। तब से इस मंदिर को रानी तालाब के नाम से भी जाना जाने लगा। इस मंदिर में विशेष अवसर पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। ऐसी मान्यता है कि मंदिर के तालाब में डुबकी लगाने से श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण होती है। इस मंदिर में महादेव के अलावा दूसरे देवी देवताओं की मूर्तियां भी विराजमान हैं।
धमतान साहिब गुरुद्वारा
धमतान साहिब गुरुद्वारा जींद से करीब 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस गुरुद्वारे का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व है। ऐसी मान्यता है कि भगवान राम ने यहीं पर अश्वमेध यज्ञ किया था। लोगों का ऐसा भी कहना है कि सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर भी धार्मिक प्रचार के दौरान यहां पर रुके थे। जिसके बाद हरियाणा में कई ऐतिहासिक गुरुद्वारों की स्थापना भी हुई।
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हजरत गैबी साहब
जींद एक ऐसा जिला है जहां पर सभी धर्मों के धार्मिक स्थल हैं। जींद का खास स्मारक मकबरा हजरत गैबी साहिब को समर्पित है। बता दें कि हजरत गैबी साहिब फेमस सूफी संत थे। इस स्मारक के चारों तरफ एक सुंदर तालाब भी बना हुआ है। श्रद्धालु प्रार्थना करने से पहले यहां पर अपने हाथ पैर धोते हैं।