Vita Booth Operator Suicide Case: जींद में वीटा बूथ संचालक ने फाइनेंसर से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है। सुसाइड नोट में मृतक ने शहर के आठ फाइनेंसरों पर प्रताड़ना करने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
मृतक ने ब्याज पर लिए थे पैसे
जींद के शिवपुरी कालोनी के रहने वाले सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसके भाई का नाम मोहित (मृतक) है। मोहित ने नरवाना रोड पर वीटा बूथ खोला हुआ है। इसके साथ ही मोहित कबाड़ी का काम भी करता है। सुरेंद्र ने बताया कि उसका भाई अमित का छोटा लड़का सीनू बीमार है। जिसका हिसार के प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। सीनू के इलाज के लिए मोहित ने जुलानी रोड की रहने वाली शीला देवी से 8 लाख रुपये 10 प्रतिशत ब्याज पर लिए थे। शीला के पैसे लौटाने के लिए मोहित ने अलग-अलग कंपनियों व फाइनेंसरों से रुपएये लिए थे।
दुकान में लगाई फांसी
सोमवार 30 सितंबर को फाइनेंसर सतीश बूथ पर मोहित से पैसे लेने गया था, लेकिन मोहित ने कुछ समय मांगा। जिसके बाद सतीश मोहित के घर चला गया, वहां जाकर गाली गलौच करने लगा। इन सबसे परेशान मोहित ने दुकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बारे में पता लगते ही मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। मृतक की जेब से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है।
नोट में इन लोगों पर लगाया आरोप
नोट में मृतक ने प्रवेश सरोहा, शीला देवी, बैंक कर्मचारी अनिकेत, श्री श्याम प्रॉपर्टी से सचिन गोलू, सतीश, सतीश लाठर, शाहपुर गांव का रहने वाला अमित, पाला नर्सी पर प्रताड़ना करने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है।