नारनौल: उपमंडल के गांव बागोत में 26 वर्षीय युवक मोहित के फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) करने के आठवें दिन भी अंतिम संस्कार न होने को लेकर समाज के प्रबुद्धजनों ने चिंता व्यक्त की। पीड़ित परिजनों से मृतक युवक का ससम्मान अंतिम संस्कार करने की अपील की। पीड़ित परिजनों के न्याय की लड़ाई में समाज उनके साथ हैं। युवक के परिजनों की ओर से पूर्व मंत्री सहित क्षेत्र के आठ व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है, जबकि पुलिस साक्ष्य प्रस्तुत करने की मांग कर रही है। साक्ष्यों के अभाव में पुलिस इत्तेफाकिया कार्रवाई से आगे नहीं बढ़ पा रही।

अधिकारियों ने मृतक के परिजनों से की बात

कनीना के एसडीएम अमित कुमार, डीएसपी दिनेश कुमार, नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल, थाना इंचार्ज मुकेश कुमार, महेद्रगढ़ थाना इंचार्ज युद्धवीर सिंह, कानूनगो राजसिंह, उमेद सिंह जाखड़ सहित अन्य अधिकारियों ने वीरवार को पीड़ित के घर बागोत पहुंचकर परिजनों से बातचीत कर उन्हें समझाया। काफी देर की काउंसलिंग के बाद भी दोनों के बीच सहमति नहीं बनी। मृतक युवक का शव पिछले आठ दिन से उप नागरिक अस्पताल (Civil Hospital) कनीना के फ्रीजर में रखा हुआ है, जिसे परिजन लेकर नहीं जा रहे। अस्पताल स्टाफ तथा पुलिस कर्मचारी लगातार नजर बनाए हुए है।

सुको की शरण में जाएगा पीड़ित परिवार

मृतक के पिता कैलाश शर्मा ने बताया कि हिंदू धर्म में व्यक्ति की मौत के 12 दिन तक शोक मनाया जाता है। उसके बाद कोई काम किया जाता है। 12 दिन बाद वे न्याय के लिए सुको की शरण में जाएंगे। इधर, अस्पताल के चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम (Post Mortem) कर फ्रीजर में रखे शव के खराब होने व संक्रमण की आशंका जताते हुए उच्च अधिकारियों से शीघ्र ही अंतिम संस्कार करने के लिए पत्र लिखा है। अधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।